उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है, मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई है। सोमवार को पहाड़ी इलाकों में शुरू हुई बर्फबारी आज भी जारी है.चारधाम में भारी बर्फबारी हो रही है, हर तरफ बर्फ की सफेद चादर से ढके पहाड़ नजर आ रहे हैं। हेमकुंड साहिब की सभी ऊंची चोटियों, फूलों की घाटी, औली, नंदा घुंघटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, नीति और माणा घाटी में जबकि निचले इलाकों में बारिश हुई।
प्रदेश के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की आशंका
बद्रीनाथ में आधा फीट, केदारनाथ में एक फीट, औली में दो इंच, गंगोत्री-यमुनोत्री में छह इंच ताजा बर्फ गिरी। वहीं निचले इलाकों में बारिश हुई जिससे ठंड लौट आई है। प्रदेश में पिछले दो दिनों से मौसम बदला हुआ है। मंगलवार को भी प्रदेश के कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि की आशंका है। इसके चलते मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
आज प्रदेश के 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, कल यानि 21 फरवरी को देहरादून समेत टिहरी, पौडी, चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर और हरिद्वार जिलों में खराब मौसम का येलो अलर्ट जारी किया गया है। बात करें चमोली की तो यहां हनुमान चट्टी से लेकर बद्रीनाथ धाम तक हाईवे खतरनाक हो गया है।
बर्फबारी के कारण सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं, जिसके चलते वाहन चालकों को सावधानी से वाहन चलाने की सलाह दी गई है। हाईवे पर करीब आधा फीट बर्फ जमा हो गई है। पोखरी, नंदानगर, पीपलकोटी, नंदप्रयाग आदि क्षेत्रों में भी दिन भर रुक-रुक कर बारिश होती रही। केदारनाथ धाम, मद्महेश्वर, तुंगनाथ, चंद्रशिला आदि क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम, हर्षिल घाटी और अन्य ऊंचाई वाले इलाके भी बर्फ से ढके नजर आ रहे हैं। बर्फबारी को देखते हुए सभी विभाग अलर्ट मोड पर हैं। सभी बर्फीले इलाकों में सड़क, बिजली, पानी और राशन की आपूर्ति की जानकारी विभागों से ली जा रही है। कई गांवों को नियमित आपूर्ति से काट दिया गया है।