2016 के बाद देहरादून में सबसे सूखा रहा ये साल, भविष्य के लिए चिंता आज से बढ़ी बारिश की संभावना

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उत्तराखंड राज्य में शुष्क मौसम अभी भी जारी है। इस मौसम से लोग भी काफी प्रभावित हैं. राज्य में पश्चिमी विक्षोभ कम होने के कारण पिछले दो महीनों में बारिश और बर्फबारी न के बराबर हुई है। इसके चलते पूरे राज्य में मौसम शुष्क बना हुआ है और तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है।

कोहरे का येलो अलर्ट जारी, पहाड़ो में हो सकती है बारिश

अगर यही स्थिति रही तो गर्मी में वातावरण और मिट्टी में नमी कम होने से स्थिति और भी खराब हो सकती है। फिलहाल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की आंशिक सक्रियता के चलते आज चोटियों पर बर्फबारी के आसार हैं। हालांकि, मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रह सकता है। हरिद्वार और उधम सिंह नगर में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।

अगले कुछ दिनों तक तापमान सामान्य के आसपास बना रह सकता है. प्रदेश की राजधानी देहरादून में अधिकतम तापमान 22.6 और न्यूनतम तापमान 6.4 रिकॉर्ड किया गया है. ऊधमसिंह नगर में अधिकतम तापमान 16.6 और न्यूनतम 8.5 रहा। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक सर्दी के सीजन में अब तक बहुत कम बारिश और बर्फबारी हुई है।

अगले कुछ दिनों में छिटपुट बारिश के आसार हैं। उन्होंने कहा कि इस बार मानसून सीजन होने के कारण पश्चिमी विक्षोभ कमजोर रहा और हिमालयी क्षेत्रों में बारिश वाले बादल विकसित नहीं हो सके। इससे तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव होता रहा और मौसम सामान्य से शुष्क बना रहा. इसका फसलों और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

इस बार अब तक सामान्य से 80 फीसदी कम बारिश हुई है. इसके अलावा चोटियों पर बर्फबारी भी पिछले वर्षों की तुलना में काफी कम हुई है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ऐसी स्थिति इससे पहले साल 2016 में बनी थी, जब राज्य में सामान्य से 90 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई थी. अगर ऐसे ही हालात रहे तो जनवरी भी शुष्क रह सकती है।