उत्तराखंड में 1 जून से पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी फूलो की घाटी, आप भी जान लीजिए इस बार कितने का पड़ेगा घाटी में जाने का टिकट

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उत्तराखंड हिमालयी राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता और वनस्पति के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है और उत्तराखंड में एक ऐसी जगह है फूलों की घाटी जो उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। उत्तराखंड की यह अनोखी जगह जैव विविधता का समृद्ध खजाना मानी जाती है। आपको बता दें कि जल्द ही फूलों की घाटी 1 जून से पर्यटकों के लिए खुलने जा रही है, यहां पर्यटक प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ ट्रैकिंग का भी आनंद ले सकते हैं।

स्थानीय लोगों के लिए 200 और विदेशी के लिए 800 रुपये शुल्क

मिली जानकारी के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी इस साल 1 जून को पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी. जिसके लिए नंदा देवी राष्ट्रीय वन विभाग इन दिनों घाटी में पर्यटकों के स्वागत की तैयारियों में जुटा हुआ है। उपवन संरक्षक बीबी मर्तोलिया ने बताया कि एक जून को घांघरिया से एक टीम घाटी के लिए रवाना की जाएगी और घाटी में ट्रैकिंग के बाद टीम को उसी दिन वापस लौटना है।

बताया गया कि लोगों से शुल्क लिया जाएगा, स्थानीय लोगों के लिए 200 रुपये और विदेशी नागरिकों के लिए 800 रुपये शुल्क लिया जाएगा। घांघरिया में टूरिस्ट गाइड की सुविधा भी मिलेगी। फूलों की घाटी उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है, यह स्थान अपने स्थानीय अल्पाइन फूलों सहित घास के मैदानों और वनस्पतियों की विविधता के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां फूलों की 500 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।

इतना ही नहीं, विविधता से भरपूर यह स्थान दुर्लभ और लुप्तप्राय जानवरों का घर भी माना जाता है। जिसमें एशियाई काला भालू, स्नो लीपॉर्ड, कस्तूरी मृग, ब्रकन भालू, लाल लोमड़ी और नीली भेड़ जैसे जानवर शामिल हैं। आपको बता दें कि फूलों की घाटी को इसकी सबसे प्राकृतिक, सुंदर और जैव विविधता के कारण 2005 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया था। यह घाटी 87.5 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है जो भारत के लोगों के साथ-साथ दुनिया भर के पर्यटकों को भी आकर्षित करती है।