उत्तराखंड सरकार ने शुरू की नई पहल, अब राज्य में जंगल की आग बुझाने वालों को मिलेंगे 50000 से 1 लाख रुपये

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

उत्तराखंड में जंगलों की आग से निजात पाने के लिए धामी सरकार ने राज्य के जलते जंगलों पर काबू पाने के लिए बड़ी पहल की है. बताया जा रहा है कि कुमाऊं समेत पूरे प्रदेश में जंगलों में लगी आग ने पूरे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया है. इस आग से कई जंगली जानवरों से लेकर आम इंसान तक सभी प्रभावित हैं, धुएं के कारण सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।

मंत्री सुबोध उनियाल ने बताये आग लगने के 3 कारण

ऐसे में अब वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बड़ा ऐलान किया है. वनाग्नि प्रबंधन समितियों को सरकार की ओर से 25 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक का पुरस्कार दिया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वन मुख्यालय के मंथन सभागार में मीडिया से बात करते हुए वन मंत्री सुबोध उनियाल बताते हैं कि जंगलों में आग लगने के तीन मुख्य कारण हैं. पहले वह बताते हैं कि किसान खेतों में खर-पतवार जलाते हैं।

दूसरा, जंगल में आग लगने की घटनाएं जंगल में बीड़ी जलाने, सिगरेट फेंकने से होती हैं और तीसरा, जंगल में आग लगने की घटनाएं शरारती तत्वों द्वारा जंगल में आग लगाने से होती हैं। ऐसे में जनभागीदारी के बिना जंगल की आग पर काबू नहीं पाया जा सकता। उन्होंने ग्रामीणों से उन लोगों की सूचना देने का अनुरोध किया जो वन भूमि को जलाने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधानों की अध्यक्षता में 541 वन अग्नि प्रबंधन समितियों का गठन किया गया है, जिन्हें प्रत्येक सीजन के लिए 30,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है, जबकि उत्कृष्ट कार्य करने वाली 13 वन अग्नि प्रबंधन समितियों को एक-एक लाख रुपये दिए गए हैं। समितियों को 50-50 हजार रूपये तथा 13 वन अग्नि प्रबंधन समितियों को 25-25 हजार रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा। वहीं विशेष परिस्थिति में हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जायेगी।