उत्तराखंड में दो जाबांजो ने पहले अपनी बहादुरी का मनवाया लोहा, अब मेजर प्रशांत और हितेश को मिलेगा सेना मेडल सम्मान

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वीर देवभूमि उत्तराखंड के निवासियों को रक्षा क्षेत्र में अपने काम से राज्य का नाम रोशन करने वाले अपने बच्चों पर सदैव गर्व रहता है। हर साल कई युवा सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने के लिए उत्सुक रहते हैं, यहां के लोगों की वीरता देश-विदेश में भी अपने अदम्य साहस, वीरता के लिए जानी जाती है।

यही कारण है कि जब भी भारतीय सेना की बात आती है तो प्राचीन काल से ही उत्तराखंड का नाम बड़े गर्व और सम्मान के साथ लिया जाता है। यहां के वीर सपूतों को समय-समय पर मिलने वाले वीरता पुरस्कार भी इसकी सार्थकता सिद्ध करते हैं।

आज हम फिर आपको बताने आए हैं भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड से आ रही बड़ी खबर जो पूरे प्रदेश को गौरवान्वित कर रही है, यहां भारतीय सेना में तैनात उत्तराखंड के दो वीर सपूतों को जीओसी के सम्मान से नवाजा गया है- मध्य कमान अलंकरण समारोह-2024 में इन चीफ मध्य कमान लेफ्टिनेंट जनरल। मेजर हितेश खरायत और मेजर प्रशांत भट्ट को एनएस राजा सुब्रमणि द्वारा वीरता के लिए सेना पदक से सम्मानित किया गया है।

आपको बता दें कि मेजर हितेश खरायत जहां राज्य के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं, वहीं मेजर प्रशांत भट्ट बागेश्वर जिले के मूल निवासी हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह सम्मान वर्ष 2022 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ मुठभेड़ में कुशल नेतृत्व के लिए पिथौरागढ़ के मेजर हितेश खरायत और बागेश्वर के मेजर प्रशांत भट्ट को दिया गया है।

ये दोनों अपने दस्ते और अपनी टीम का नेतृत्व करते हैं। सेना के जवानों ने इन मुठभेड़ों में न केवल कई आतंकवादियों को मार गिराया बल्कि अपनी जान जोखिम में डालकर और अपने साथी सैनिकों की जान बचाकर अदम्य साहस का परिचय दिया।

सेना मेडल से सम्मानित होने की खबर से जहां दोनों जवानों के परिवारों में खुशी का माहौल है, वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है।