होली से जुड़ी एक बड़ी खबर राज्य के बागेश्वर जिले से आ रही है, यहां जिला अधिकारी अनुराधा पाल ने अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए होली के लिए दो दिवसीय स्थानीय अवकाश घोषित किया है। आपको बता दें कि शासनादेश की नियमावली में दिए गए अधिकार के तहत जिला मजिस्ट्रेट बागेश्वर अनुराधा पाल ने 26 मार्च छरड़ी और 25 सितंबर अनवास्तका (नवमी श्राद्ध) को स्थानीय अवकाश घोषित किया है।
होलिका दहन के बाद दो दिन की छुट्टी मंजूर
बागेश्वर की जिलाधिकारी अनुराधा ने पहले 15 मार्च को जिले में स्थानीय अवकाश घोषित किया था। आपको बता दें कि इस बार 24 मार्च को होली दहन के बाद छरड़ी नामक रंगों वाली होली मनाई जाती है, जो उत्तराखंड में बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। लेकिन पहाड़ी और मैदानी इलाकों में अलग-अलग दिन मनाया जाता है।
जहां राज्य के मैदानी इलाकों में 25 मार्च को छरड़ी/धुलंडी मनाई जा रही है, वहीं कुमाऊं के प्रसिद्ध रामदत्त पंचाग के अनुसार पहाड़ी इलाकों में 26 मार्च को छरड़ी खेली जाएगी। अब राज्य सरकार की ओर से 25 मार्च को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है, लेकिन तिथि में बदलाव के कारण 26 मार्च को मनाये जाने वाले छर्रडी पर्व पर पर्वतीय जिलों में अवकाश घोषित नहीं किया गया है।
आपको बता दें कि बागेश्वर जिले में पर्वतीय कर्मचारी संघ और मंत्री महासंघ ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर 26 मार्च को अवकाश घोषित करने की मांग की थी. जनभावनाओं का सम्मान करते हुए जिलाधिकारी ने कल एक आदेश जारी कर 26 मार्च मंगलवार को छर्री पर स्थानीय अवकाश घोषित किया है।