सभी ने साल 2023 को दी विदाई, 31 तारीख को मौसम अपने पूरे रंग में रहेगा। जाते समय साल का ये दिन बहुत ठंडा था. रविवार को तराई क्षेत्र में शीतलहर चलने से ठिठुरन रही। रविवार को हल्द्वानी समेत नैनीताल जिले के मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पिछले मौसम के आंकड़ों पर नजर डालें तो 31 दिसंबर पिछले 4 साल में सबसे ठंडा दिन था।
60 फीसदी तक गिरा नैनीताल का पर्यटन
मौसम विभाग के मुताबिक 2020 से 22 दिसंबर तक 31 दिसंबर को हल्द्वानी क्षेत्र का अधिकतम तापमान 18 से 21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. लेकिन 2023 के आखिरी दिन यह तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इलाके का न्यूनतम तापमान महज 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार दोपहर को हलद्वानी में हल्की धूप खिली।
दिन में जहां हल्की धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत मिली, वहीं शाम होते-होते ठंड बढ़ने से ठिठुरन भी बढ़ने लगी। मौसम विभाग के मुताबिक अनुमान लगाया गया है कि आने वाले शुक्रवार तक मैदानी इलाकों में कोहरे का असर देखने को मिलने की संभावना है।
इसके साथ ही मौसम विभाग ने सोमवार 1 जनवरी 2024 को इलाके में कोहरे का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। राज्य के नैनीताल शहर की बात करें तो शहर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटन स्थलों पर जुटे हुए हैं। हालांकि, पर्यटन व्यवसायियों का कहना है कि शहर के कुछ बड़े होटलों को छोड़कर 100 फीसदी कमरे नहीं बिक सके।
अन्य वर्षों में जो टर्नओवर 100 प्रतिशत था वह इस वर्ष घटकर 40 प्रतिशत रह गया। राजधानी देहरादून में भी घना कोहरा छाया हुआ है और दृश्यता भी काफी कम है। लोग मुख्य रूप से वहीं घर पर रहे और नए साल का जश्न मनाया। कारोबारी इसके लिए मैदानी इलाकों में घना कोहरा, कोविड और इंटरनेट मीडिया में प्रशासन व पुलिस की ओर से जारी संदेशों का गलत प्रचार-प्रसार को जिम्मेदार बता रहे हैं।