दिल्ली में 3 एकड़ की भूमि पर बनेगा प्रतिकात्मक केदारनाथ मंदिर, CM धामी ने किया शिलान्यास मंदिर पुजारी ने किया विरोध

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उत्तराखंड में चारधाम मंदिरों की तरह अब दिल्ली में भी बनेगा केदारनाथ जैसा भव्य मंदिर, दिल्ली के बुराड़ी में बनेगा भव्य मंदिर यहां भक्तों को 12 महीने बाबा के दर्शन होंगे। सीएम धामी ने इसका शिलान्यास किया है. प्रदेश के चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों की महापंचायत ने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कड़ा विरोध जताया है और ऐसे प्रयासों को रोकने के लिए आंदोलन की चेतावनी भी दी है. उन्होंने कहा कि इससे राज्य में चारधामों का सम्मान कम हो जाएगा।

पुरोहितों का तर्क इससे घट जाएगा मंदिर का मान

राजधानी दिल्ली में श्री केदारनाथ धाम के नाम पर मंदिर निर्माण का विरोध करते हुए उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। महापंचायत का कहना है कि धाम के नाम पर मंदिरों की स्थापना से उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस ने दिल्ली में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बीजेपी विधायकों द्वारा केदारनाथ धाम के प्रतीकात्मक मंदिर के शिलान्यास को देवभूमि उत्तराखंड और सनातन धर्म का घोर अपमान बताया है।

महापंचायत ने कहा कि अगर ऐसी हरकतें नहीं रोकी गईं तो वे ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ा विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे.कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के इस फैसले को उत्तराखंड और सनातन धर्म का अपमान बताया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी और शीशपाल बिष्ट ने कहा कि यह हिंदू आस्था और वैदिक परंपरा का अपमान है। वैदिक परंपरा के विपरीत भाजपा ने पहले चारों शंकराचार्यों से अलग अपना शंकराचार्य बनाया और अब ज्योतिर्लिंग की महिमा से भी खिलवाड़ कर रही है।

उन्होंने बताया कि शिव पुराण के अनुसार 12 ज्योतिर्लिंगों में केदारनाथ का विशेष स्थान है। प्रतीकात्मक ज्योतिर्लिंग बनाना सनातन धर्म के लिए चिंताजनक एवं खतरनाक है। कांग्रेस ने पूछा कि भाजपा सरकारें सनातन धर्म की मनमानी व्याख्या क्यों कर रही हैं और यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि क्या चारों शंकराचार्यों से इसकी अनुमति ली गई थी या नहीं। सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए अन्यथा भाजपा को उत्तराखंड में इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बुराड़ी क्षेत्र का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि इसका उल्लेख महाभारत काल के हमारे पौराणिक ग्रंथों में मिलता है। उत्तराखंड एवं सनातन संस्कृति के प्रतीक दयानिधान बाबा केदारनाथ जी के धाम की इस पवित्र भूमि पर स्थापना निश्चित रूप से आने वाले समय में हमारी संस्कृति एवं सनातन आस्था का आधुनिक प्रतीक बनेगी। श्री केदारनाथ धाम दिल्ली ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला ने कहा कि केदारनाथ धाम करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है।