पिता है MLA के गार्ड बेटे ने रचा इतिहास, मोहन मंगावा ने पास करी UPSC CSE 2023 की परिक्षा

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एक पिता नौकरी करता है और अपने बच्चों की सफलता देखकर पिता को जो खुशी मिलती है, ऐसी खुशी की कहानी आपने शायद ही कभी सुनी होगी। UPSC CSE 2023 परीक्षा के नतीजे घोषित होने के बाद उत्तराखंड में भी ऐसी ही कहानी देखने को मिल रही है। ये कहानी है एक कॉन्स्टेबल के बेटे की जो विधायक की सुरक्षा में तैनात है और उसने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली है। हम आपको राजस्थान के सीकर जिले के बस्सी गांव के रहने वाले मोहन मंगावा की कहानी बता रहे हैं। मोहन ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास कर पूरे देश में 551वीं रैंक हासिल की है।

पिता हरलाल मंगावा राजस्थान पुलिस में है कांस्टेबल

आपको बता दें कि मोहन के पिता हरलाल मंगावा राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल हैं। इससे पहले हरलाल नागौर विधायक हरेंद्र मिर्धा की सुरक्षा में भी तैनात रह चुके हैं। मोहन ने बचपन से ही अपने पिता को जनता की सेवा और सुरक्षा करते देखा है। वह अपने पिता के जीवन से प्रेरणा लेते हैं, मोहन ने भी छोटी उम्र में वही रास्ता चुनने का फैसला किया था। अपने सपने को पूरा करने के लिए मोहन ने साल 2019 में भारतीय नौसेना में एक तकनीकी अधिकारी के रूप में काम करना शुरू किया।

मोहन में देश की भलाई के लिए काम करने का जो जुनून था, उसे उन्होंने बड़ा रूप देने का फैसला किया। अपने इरादों और लक्ष्यों पर भरोसा दिखाते हुए मोहन ने महज एक साल बाद ही पूरे सम्मान के साथ नौसेना सेवा छोड़ दी। नेवी की नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। UPSC की तैयारी के लिए नेवी की नौकरी छोड़ने के मोहन के फैसले का पूरे परिवार ने स्वागत किया। UPSC की तैयारी के दौरान मोहन हर दिन 8 से 9 घंटे घर पर पढ़ाई करते थे।

मोहन का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के पीछे उनके परिवार का समर्थन उनके जीवन का सबसे बड़ा प्रोत्साहन रहा है। मोहन के पिता हरलाल ने हमेशा अपने बच्चे को उसके बड़े लक्ष्य की तैयारी में सहयोग दिया और उसे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। यदि कोई बच्चा अपने दिन-रात मेहनत करने वाले पिता के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने पिता से भी बड़ी सफलता प्राप्त करता है, तो उस पिता के समान सौभाग्य इस धरती पर किसी को नहीं मिल सकता।