उत्तराखंड की स्निग्धा तिवारी को एक बड़ा मौका मिला है, वह लंबे समय से उत्तराखंड उच्च न्यायालय में मानवाधिकारों, जलवायु परिवर्तन, रेहड़ी-पटरी वालों, नानीसार, एसिड अटैक सर्वाइवर्स, डूबते जोशीमठ, समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के लिए आवाज उठा रही हैं। लेकिन अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी आवाज उठाने का मौका मिलेगा।
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इससे पहले भी जलवायु परिवर्तन पर उठा चुकी है अपनी आवाज
स्निग्धा 14 अप्रैल को दिल्ली से प्राग, चेक गणराज्य के लिए रवाना होंगी।नैनीताल हाईकोर्ट की अधिवक्ता स्निग्धा तिवारी ने बताया कि यह सम्मेलन 16 से 18 अप्रैल तक यूरोप में होने जा रहा है। इंटरनेशनल नेटवर्क फॉर सिविल लिबर्टीज ऑर्गनाइजेशन (आईएनसीएलओ) दुनिया भर के 15 अग्रणी नागरिक स्वतंत्रता संगठनों का एक अंतरराष्ट्रीय समूह है, वे जलवायु परिवर्तन और मानवाधिकारों के हनन के साथ-साथ नागरिकों के निजता के अधिकार से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय रूप से काम करते हैं।
INCLO (इंटरनेशनल नेटवर्क ऑफ सिविल लिबर्टीज ऑर्गेनाइजेशन) दुनिया भर के प्रमुख मुद्दों और मामलों पर गहन शोध और ICJ और संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्तुति की वकालत करता है। स्निग्धा तिवारी को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में समूह की ओर से लंबित न्यायिक और अन्य मामलों में इनक्लो की ओर से सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। नैनीताल हाई कोर्ट की वकील स्निग्धा तिवारी उस परिवार से हैं जो गलत के खिलाफ आवाज उठाते हैं।
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वह सामाजिक कार्यकर्ता पीसी तिवारी की बेटी हैं। वह लंबे समय से उत्तराखंड उच्च न्यायालय में मानवाधिकारों, जलवायु परिवर्तन, एसिड अटैक सर्वाइवर्स, स्ट्रीट वेंडर्स, नानीसार, जोशीमठ भूमि धंसाव और समाज के कमजोर और वंचित वर्गों की वकालत कर रही हैं। पहले भी स्निग्धा ने पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन आदि मुद्दों पर कई वैश्विक सम्मेलनों में हिस्सा लिया था। उनकी इस उपलब्धि पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने खुशी जताई है।