सरकार कुमाऊं क्षेत्र में अपना एक ड्रीम प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बना रही है। हर साल पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण नैनीताल की सड़कों पर जबरदस्त जाम लग जाता है। नैनीताल आने वाले पर्यटकों की यात्रा को आसान बनाने के लिए रानीबाग से हनुमानगढ़ी (नैनीताल) तक रोपवे बनाने का निर्णय लिया गया है।
11 किलोमीटर का होगा रोपवे बनेंगे 3 स्टेशन
इससे न केवल यातायात कम होगा बल्कि क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। रोपवे स्टेशनों पर पार्किंग की भी व्यवस्था होगी. रोपवे सेवा शुरू होने के बाद पर्यटक रानीबाग से नैनीताल तक का सफर बिना ट्रैफिक जाम में फंसे आसानी से पूरा कर सकेंगे. पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने हल्द्वानी में रानीबाग-हनुमानगढ़ी (नैनीताल) तक बन रहे रोपवे की समीक्षा की।
इस दौरान कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत भी मौजूद हैं जिन्होंने कहा कि रोपवे के एलाइनमेंट को देखा जा रहा है. साथ ही जमीन की उपलब्धता के लिए मजबूत रोपवे स्टेशन बनाने की दिशा में आवश्यक कार्य किया जा रहा है। आयुक्त ने कहा कि रानीबाग-नैनीताल रोपवे के निर्माण से पर्यटक रानीबाग से नैनीताल तक की यात्रा बिना किसी जाम के पूरी कर सकते हैं।
जरूरत को देखते हुए रोपवे स्टेशनों पर पार्किंग की व्यवस्था भी की जायेगी। रोपवे स्टेशन कहां बनाए जाएंगे, इसका निर्णय भविष्य में लिया जाएगा। इसके लिए विभिन्न सरकारी विभागों की जमीन लीज पर ली जायेगी. हर साल नैनीताल को जाम का सामना करना पड़ता है जिससे स्थानीय लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। नैनीताल में वाहनों की बढ़ती संख्या, वाहनों के लिए सीमित मार्ग और कम पार्किंग क्षमता के कारण रोपवे को एक बेहतर विकल्प के रूप में देखा जाता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रानीबाग-नैनीताल रोपवे परियोजना को ड्रीम प्रोजेक्ट बताया है। प्रस्तावित रोपवे की लंबाई करीब 11.45 किमी है, जिसके लिए रानीबाग, ज्योलीकोट और हनुमानगढ़ी में तीन स्टेशन स्थापित किए जाने हैं।