गौरतलब है कि इस बार उत्तराखंड के कई होनहार युवाओं ने इसरो की युवा परीक्षा पास की है। हमने आपका परिचय कराया कि कई तेज दिमाग वाले लोगों ने युविका परीक्षा पास करने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। अब एक बार फिर हमें एक और होनहार युवा के बारे में पता चला है जिसने अपने परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। हम बात कर रहे हैं मूल रूप से नैनीताल जिले के कुलगढ़ सुयालबाड़ी और वर्तमान में अल्मोडा के खोल्टा निवासी रितेश भंडारी की, जिन्होंने इसरो की युविका परीक्षा उत्तीर्ण की है।
परिक्षा पास करने के बाद परिवार में खुशी का माहौल
रितेश को विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान में गहरी रुचि है, जिसके कारण रितेश ने युवा परीक्षा में भाग लिया और परीक्षा उत्तीर्ण की। खास बातचीत में रितेश ने बताया कि उनके पिता कुबेर सिंह भंडारी और मां गीता भंडारी रितेश की इस अभूतपूर्व सफलता और प्रदर्शन से बेहद खुश हैं। युविका परीक्षा पास करने के बाद अब रितेश इसरो द्वारा आयोजित दो सप्ताह के आवासीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे। देहरादून, उत्तराखंड और विज्ञान एवं अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
आपको बता दें कि इस परीक्षा में देशभर से करीब 3 लाख बच्चे शामिल होते हैं। इतनी बड़ी संख्या में आए बच्चों में से केवल 150 बच्चों का चयन प्रशिक्षण के लिए किया जाता है। इसरो द्वारा आयोजित युविका कार्यक्रम का असल मतलब ‘युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम’ है। इस कार्यक्रम के तहत उन स्कूली बच्चों को आगे आने का मौका दिया जाता है जो अंतरिक्ष और विज्ञान के क्षेत्र में रुचि रखते हैं।
युविका कार्यक्रम के लिए इसरो द्वारा हर साल एक परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें कक्षा 9 में पढ़ने वाले बच्चे आवेदन कर भाग ले सकते हैं। परीक्षा के माध्यम से 150 मेधावी लोगों का चयन किया जाता है, जिन्हें इसरो द्वारा दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाता है।