एक बार फिर उत्तराखंड की एक युवती शिक्षा के क्षेत्र में शानदार काम कर रही है। हम आज बात कर रहे हैं उत्तराखंड की होनहार बेटी ऋचा कोटियाल की, जिनकी आवाज जल्द ही अमेरिका के कई शहरों में गूंजेगी।ऋचा को अमेरिका के चार शहरों में व्याख्यान देने के लिए चुना गया है। अमेरिका के अलग-अलग शहरों में सेमिनार आयोजित होने जा रहे हैं।
जहां ऋचा लिंग आधारित हिंसा जैसे अहम मुद्दे पर अपने विचार रखेंगी. ऋचा को अमेरिका के चार शहरों में होने वाले सेमिनार में भारत का प्रतिनिधित्व करने की बड़ी जिम्मेदारी मिली। ऋचा की इस उपलब्धि से राज्य का नाम रोशन हुआ है और उनके गृह क्षेत्र में खुशी की लहर है।
ऋचा मूल रूप से उत्तराखंड के टिहरी जिले के देवप्रयाग के कोटी गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता राजेंद्र कोटियाल पूर्व सूचना आयुक्त रह चुके हैं, वर्तमान में वह अभियोजन निदेशालय, देहरादून में अभियोजन अधिकारी के पद पर तैनात हैं। देवप्रयाग और टिहरी से प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने वाली ऋचा ने इंटरमीडिएट के बाद यूआईटी यूनिवर्सिटी से एलएलबी और कुमाऊं यूनिवर्सिटी से एलएलएम किया।
वह इससे पहले हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस अकादमी में प्रशिक्षु अधिकारियों के बीच व्याख्यान दे चुकी हैं। अब उन्हें अमेरिका में होने वाले सेमिनार में अपनी बात रखने का मौका मिला है. यह सेमिनार 18 नवंबर से 8 दिसंबर तक अमेरिका के अलग-अलग शहरों में आयोजित किया जाएगा।
यह उनके गांव के लोगों के लिए बहुत अच्छी खबर है कि उन्हें इतने गंभीर मुद्दे पर आवाज उठाने का मौका मिल रहा है। ऋचा की इस उपलब्धि पर हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है. इतने दूर-दराज के गांव से आकर विश्व नेताओं और पुरस्कार विजेताओं के बीच बोलने का मौका मिल रहा है।