कुछ ही दिन पहले पुंछ में दो जवानों के शहीद होने की दुखद खबर आई। पिथौरागढ़ जिले के लिए एक और दुखद खबर आ रही है, जहां पंकज कन्याल नाम के एक सैनिक के साथ जम्मू-कश्मीर में एक दुखद घटना घटी। यह पूरे उत्तराखंड के लिए एक हृदय विदारक खबर है। ड्यूटी के दौरान एक हादसे में पंकज कानियाल शहीद हो गए।
वह मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले थे और वर्तमान में भारतीय सेना के 432 इंडिपेंडेंट इंजीनियर स्क्वाड्रन में कार्यरत थे। उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मच गया है, वहीं पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है. लोग दौरा कर रहे हैं और परिवार को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं।
आज जैसे ही उनका पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो उनके परिजनों की चीख-पुकार सुनकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं। इस दौरान मृतक जवान की मां और पत्नी शव से लिपटकर रोने लगीं। परिजनों के अंतिम दर्शन के बाद शहीद सैनिक का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ मुवानी के रामगंगा घाट पर किया गया, जहां पंकज के बड़े भाई मोहित कन्याल और चचेरे भाई पूरन कन्याल ने उन्हें मुखाग्नि दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के वीन क्षेत्र के पवन विहार कॉलोनी के रहने वाले श्याम सिंह के बेटे पंकज कन्याल, वह भारतीय सेना के 432 इंडिपेंडेंट इंजीनियर स्क्वाड्रन में कार्यरत थे। फिलहाल वह जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। बताया गया है कि ड्यूटी के दौरान टावर से गिरकर वह शहीद हो गए। उनकी शहादत की खबर मिलते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया।
शहीद पंकज अपने पीछे माता-पिता और पत्नी के साथ-साथ छह माह के मासूम बेटे को रोता-बिलखता छोड़ गये हैं। पंकज की दो साल पहले ही शादी हुई थी। आपको बता दें कि अंतिम संस्कार से पहले जहां सेना की जीआर टुकड़ी ने जवान को अंतिम सलामी दी, वहीं क्षेत्रीय सांसद अजय टम्टा, डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल ने भी पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवान को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।