राज्य उत्तराखंड, उत्तराखंड राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाया जा रहा है। समाज के प्रत्येक सदस्य को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए सरकार अनेक योजनाएँ बना रही है। इस चरण में आयुष्मान कार्ड को और अधिक सुविधाजनक बनाया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने राज्य समन्वयक उत्तराखंड को तकनीकी टीम के साथ देहरादून भेजा है। इस टीम ने राज्य भर के सभी सार्वजनिक सुविधा केंद्रों (सीएससी) की मैपिंग करके एनएचए पोर्टल पर लॉगिन समस्या का समाधान किया है। अब प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने में कोई परेशानी नहीं होगी।
![](https://awaazuttarakhand.in/wp-content/uploads/2023/09/Untitled-design-1-66.png)
उत्तराखंड में अब आसान हुआ आयुष्मान कार्ड बनाना, अब हर सीएससी सेंटर से बनेगा कार्ड
इस उद्देश्य से कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल पर आयुष्मान भारत ऐप डाउनलोड करके अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकता है। इसके साथ ही प्रदेश में आभा एड बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है। जिसके लिए सभी शैक्षणिक संस्थानों को पांच वर्ष से अधिक उम्र के विद्यार्थियों के लिए आयुष्मान कार्ड और आभा आईडी बनाने का भी निर्देश दिया गया है।
प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मुलाकात कर उन्हें राज्य में चल रहे आयुष्मान भव अभियान की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही तकनीकी दिक्कतों से भी अवगत कराया। जिस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने तुरंत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारियों को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
![](https://awaazuttarakhand.in/wp-content/uploads/2023/09/Untitled-design-4-39.png)
डॉ. रावत ने राज्य में आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही तकनीकी बाधाओं को दूर करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक भी की, जिसमें तकनीकी समस्याओं एवं विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। डॉ. रावत ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए एनएचए के अधिकारियों ने तुरंत अपनी टीम देहरादून भेजी। जिसमें एनएचए राज्य समन्वयक उत्तराखंड हृदयानंद पुष्टि और तकनीकी टीम के सदस्य शामिल हैं।
शनिवार को ही एनएचए की टीम राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के कार्यालय पहुंची, उन्होंने अपने कर्मियों के साथ राज्य भर के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) की मैपिंग की और आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही दिक्कतों को दूर किया. अब प्रदेश के सभी सीएससी में बिना किसी परेशानी के आयुष्मान कार्ड बनने लगे हैं।