अंबानी शादी में महेंद्र सिंह धोनी ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान, उत्तराखंड के पिछौड़े और गुलबंद में साक्षी धोनी ने लगाए चारचाँद

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एक बार फिर अंबानी परिवार की शादी चर्चा में है। इस बार मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी राधिका मर्चेंट के साथ इन दिनों वायरल हो रही है। दोनों इसी साल 2 जुलाई को शादी करने वाले हैं लेकिन प्री वेडिंग शादी का आयोजन किया जा रहा है और इसमें सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि दुनिया भर से लोगों को बुलाया जा रहा है।

मूल रूप से उत्तराखंड के है धोनी और साक्षी

गुजरात के जामनगर में आयोजित इस तीन दिवसीय प्री-वेडिंग कार्यक्रम में किसी भी क्षेत्र की एक भी हस्ती पीछे नहीं है, यहां तक ​​कि मार्क जुकरबर्ग, बिल गेट्स जैसे बड़े उद्योगपति और बिजनेस मैन को भी बुलाया जा रहा है। दोनों की ये प्री-वेडिंग सेरेमनी पिछले तीन दिनों से सुर्खियों में है, इस सेरेमनी में कई फिल्मी कलाकार, खिलाड़ी के साथ-साथ कई विदेशी हस्तियां भी शामिल हुईं।

इस शादी में कई सितारों को बुलाया गया था और सभी ने लाखों-करोड़ों रुपए के डिजाइनर कपड़े पहने थे। लेकिन इनमें भारत के कैप्टन कूल भी हैं जो अपनी पत्नी साक्षी के साथ नजर आ रहे हैं. वह उत्तराखंड की पारंपरिक पोशाक पिछौड़ा पहने नजर आ रही हैं। साक्षी ने भी एक आम कुमाऊंनी महिला की तरह गले में माला पहनी हुई है. पिचौड़ा में साक्षी बेहद खूबसूरत लग रही थीं. उनके साथ महेंद्र सिंह धोनी भी खास पोशाक में नजर आए।

इसके बाद साक्षी की उत्तराखंड के लोग खूब तारीफ कर रहे हैं। साक्षी ने अपने पुचौड़ा पहनकर उत्तराखंड की खास पहचान देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में फैलाई है। इस तरह साक्षी ने भव्य समारोह में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया. बता दें कि साक्षी रावत उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली हैं। उन्होंने 2010 में पूर्व भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से शादी की, जिनका पैतृक गांव भी उत्तराखंड में है।

उनके पूर्वज अल्मोडा के ल्वाली गांव के निवासी थे जो काम की तलाश में रांची गये थे। साक्षी को पहले भी कई बार अपने पारंपरिक परिधान में देखा जा चुका है। आइए हम आपको पिछौड़ा के बारे में भी जानकारी देते हैं। उत्तराखंड में विशेषकर कुमाऊं क्षेत्र में महिलाएं विशेष अवसरों पर पिछौड़ा पहनती या ओढ़ती हैं। चाहे कोई शादी-विवाह हो या अन्य मांगलिक कार्यक्रम, विवाह संस्कार, यज्ञोपवीत, नामकरण, पूजा-पाठ, अनुष्ठान और तीज-त्योहार आदि, महिलाएं यही पोशाक पहनती हैं। इसे विवाहित महिलाओं के विवाह का प्रतीक या विवाहित महिला की पहचान माना जाता है।