कहते हैं कि जब अपने उद्देश्य के प्रति समर्पण हो तो साधना का मार्ग स्वयं तैयार हो जाता है। ध्यान का यह मार्ग जीवन में आध्यात्मिक शांति और खुशी लाता है। जाखणीधार की किरण रावत की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। उनके गांव और परिवार को उन पर गर्व है। पहाड़ की यह बेटी, जिसने इतनी लगन से अपना मुकाम हासिल किया जितना पहले स्थान पर कोई नहीं कर पाता।
![](https://awaazuttarakhand.in/wp-content/uploads/2024/02/Untitled-design-3.png)
इससे पहले बनी थी उत्तराखंड में LT फिलहाल प्रवक्ता के पद पर है कार्यरत
मूल रूप से राज्य के रुद्रप्रयाग जिले के चोपता (जाखणी) गांव की रहने वाली किरण रावत ने तीन बार यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अब यूएसईटी परीक्षा में भी सफलता हासिल की है। किरण की सफलता पर परिवार के साथ-साथ रिश्तेदारों में भी खुशी है।
किरण रावत का जीवन बहुत संघर्षपूर्ण है। मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली किरण के पिता एक बस ड्राइवर हैं और उनके पति पुलिस में कांस्टेबल हैं। आपको बता दें कि किरण रावत वर्ष 2022 से रुद्रप्रयाग के राजकीय इंटर कॉलेज जीएफईएफडी में हिंदी प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं।
![](https://awaazuttarakhand.in/wp-content/uploads/2024/02/Untitled-design-4-2-2.jpg)
इससे पहले, उन्होंने एलटी परीक्षा भी उत्तीर्ण की थी और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, अगस्तमुनि में एलटी हिंदी के पद पर तैनात हुईं। वर्ष 2018 में किरण ने बाल विकास निर्भया सेल में संविदा पद पर भी काम किया है। वर्तमान में किरन सोबन सिंह जीना कॉलेज, अल्मोडा से हिंदी विषय में पीएचडी भी कर रही हैं।