चार धाम उत्तराखंड का एक ऐसा स्थान है जहां लोग रहते हैं और इन मंदिरों में गहरी आस्था रखते हैं। ये स्थान लोगों और सरकार के लिए आय का भी बड़ा स्रोत हैं। हर साल बहुत से लोग इस जगह पर आते हैं और अंबानी से लेकर आम लोग तक बड़ी मात्रा में दान करते हैं, हर कोई अपने संतुलन के अनुसार यहां दान करता है।
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राजस्थान से आये कैलाश कुमार के दान से मंदिर समिति खुश
हाल ही में राजस्थान के एक दानदाता ने भी कुछ दान किया है जो बद्रीनाथ धाम के गलियारे में प्रस्तुत किया गया है। बद्रीनाथ धाम के बाहर श्री बद्रीनाथ मंदिर के नाम की पट्टिका। इस पट्टिका से बद्रीनाथ धाम की छवि निखर गयी है।बद्री-केदार मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने मीडिया को इस बारे में कुछ खास बातें बताईं।
उन्होंने कहा कि अब तक बारीनाथ मंदिर के पास जगह-जगह मंदिर के छोटे-छोटे बोर्ड लगे हुए थे, जो दूर से नजर नहीं आते थे। अब नई नेम प्लेट लगने से श्रद्धालु दूर से ही बद्रीनाथ मंदिर का नाम देख सकेंगे। दानदाता कैलाश कुमार राजस्थान के सुमेरपुर के रहने वाले हैं।
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उनके पास ईएनसी के नाम से लेखन फर्म है और उनके पास लेजर फ्लेक्स, कार्ड बोर्ड की चार शाखाएं हैं। कैलाश कुमार भगवान बद्रीनाथ के परम भक्त हैं। कैलाश कुमार बद्रीनाथ मंदिर के नाम पर एक बड़ा बोर्ड लगाना चाहते थे। इसको लेकर उन्होंने मंदिर समिति के लोगों से मुलाकात की थी. कैलाश ने बताया कि उन्हें मंदिर समिति के लोगों का भी सहयोग मिला. राजस्थान में श्री बद्रीनाथ मंदिर की नेमप्लेट बनकर तैयार हो गई। इस बोर्ड को राजस्थान लाया गया और बद्रीनाथ में स्थापित किया गया।