उत्तराखंड में अब यहाँ बनने जा रहा है अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, हेलीपोर्ट निर्माण से भी होगा राज्य में रोजगार और आय का विकास

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उत्तराखंड में कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं जिनका काम तेजी से चल रहा है। ये परियोजनाएँ राज्य में सड़क और रेल परियोजनाओं से संबंधित हैं जो लोगों और सरकार के लिए आय और राजस्व उत्पन्न करने के लिए बहुत फायदेमंद हैं, लेकिन अगर राज्य में औद्योगिक निवेश बढ़ाना है, तो देहरादून में हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाना भी आवश्यक है।

हर जिले को बेहतर सुविधाएं देने के लिए अब हेलिपैड जरूरी

इसे देखते हुए राज्य सरकार काफी समय से देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में मुख्य सचिव डॉ. एसए संधू ने प्रदेश में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए हेलीपैड और हेलीपोर्ट के निर्माण की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को पूरे प्रदेश में अधिक से अधिक हेलीपैड बनाने के निर्देश दिये।

यह भी कहा कि अगर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने इसमें रुचि नहीं दिखाई तो राज्य सरकार के स्तर पर जौलीग्रांट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जाएगा। बुधवार को मुख्य सचिव ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें राज्य में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए हेलीपैड और हेलीपोर्ट के निर्माण की समीक्षा की गई।

उन्होंने आईडीपीएल की जमीन पर हेलीपैड तैयार करने का भी निर्देश दिया। उन्हें मसूरी, ऋषिकेश, हरिद्वार और अन्य पर्यटक स्थलों के सौंदर्यीकरण और विकास पर तेजी से काम करने के लिए भी कहा गया। मुख्य सचिव ने अधिकारियों से पूरे राज्य में अधिक से अधिक हेलीपैड बनाने को कहा, ताकि राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों को आपात स्थिति में मदद मिल सके

सभी हेलीपैड और हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए एक अलग टीम बनाने का निर्देश दिया गया, ताकि हर दिन काम की निगरानी की जा सके। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने कहा कि राज्य में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिए राजधानी देहरादून में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होना जरूरी है। बैठक में सचिव सचिन कुर्वे और अपर सचिव सी. रविशंकर भी मौजूद थे।