जेसा की आज कल आप सब देख ही रहे हैं कि कितनी बड़ी मात्रा में उत्तराखंड के पेड काटे जा रहे हैं, और केसे हमारा तपमान आज 44 तक पहुंच गया है.
और ऐसे में एक खबर आ रही है जहां पे एक बांध के निर्माण के लिए 4000 से अधिक भुगतान किया जाएगा.
Jamrani Dam Project जमरानी बांध के निर्माण का बड़ा हिस्सा वनभूमि से जुड़ा है। वन विभाग की 350 हेक्टेयर जमीन का इस्तेमाल इसके लिए होगा। जमरानी बांध के निर्माण में 350 हेक्टेयर वनभूमि और 50 हेक्टेयर निजी जमीन का इस्तेमाल होगा। बांध से जुड़े मुख्य निर्माण कार्य का दायरा करीब 50 हेक्टेयर है। यहां झाड़ी व अन्य प्रजाति के अधिकतम चार हजार पेड़ हैं।
Jamrani Dam Project: जमरानी बांध के निर्माण का बड़ा हिस्सा वनभूमि से जुड़ा है। वन विभाग की 350 हेक्टेयर जमीन का इस्तेमाल इसके लिए होगा। बांध से जुड़े मुख्य निर्माण कार्य का दायरा करीब 50 हेक्टेयर है।
नए सिरे से पेड़ों की गणना बाकी
जमरानी बांध के निर्माण में 350 हेक्टेयर वनभूमि और 50 हेक्टेयर निजी जमीन का इस्तेमाल होगा। छह गांवों से जुड़ी इस निजी भूमि पर भविष्य में दस किमी लंबी झील नजर आएगी, जिसमें बांध की जरूरत का पानी स्टोर किया जाएगा। ऐसे में इस क्षेत्र के अधिकांश पेड़ भविष्य में जलमग्न हो जाएंगे।
हालांकि, मुख्य बांध के अलावा कई अन्य काम भी यहां होने हैं। कंपनी का चयन हो चुका है। संभावना है कि जल्द कार्य अनुबंध होने पर काम की शुरुआत भी हो जाएगी। ऐसे में वन विभाग को 350 हेक्टेयर से जुड़े क्षेत्र में पेड़ों की स्थिति का आंकलन करना है।
वर्तमान में फायर सीजन के कारण जंगलों को आग से बचाए रखना महकमे के लिए बड़ी चुनौती है। लिहाजा, इसके बाद ही यह प्रक्रिया शुरू होगी।