आखिर कैसे एक माॅडल से IAS ऑफिसर बनी तस्कीन खान, जानिए कैसा रहा इनका मिस उत्तराखंड से UPSC तक का सफर

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जो कोई भी मानवता के धर्म को समझता है, उसका मार्ग इतना ज्ञानमय होता है कि न तो बुराई उस पर प्रभाव डाल सकती है और न ही ईर्ष्या उसके मन में प्रवेश कर सकती है। सभी का कल्याण तभी संभव है जब हर व्यक्ति अफवाहों पर विश्वास न करके अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता रहे। यह अफवाह है कि केवल इंजीनियरिंग, मेडिकल और मानविकी पृष्ठभूमि वाले छात्र ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं और जो व्यक्ति शो बिजनेस में जाना चाहता है वह इतनी कठिन शैक्षणिक नौकरी नहीं कर सकता है।

IAS बनने से पहले मिस उत्तराखंड बन चुकी है तस्कीन खान

लेकिन जब आप उत्तराखंड में हों तो हम सब कुछ संभव कर सकते हैं। यूपीएससी को भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। जो भी उम्मीदवार इसमें उत्तीर्ण होता है वह उसकी बुद्धिमत्ता और देश के प्रति जागरूकता को भी दर्शाता है। आज हम आपको बताएंगे कि पूर्व मिस उत्तराखंड ने कैसे पास की यूपीएससी परीक्षा। आज हम बात कर रहे हैं तस्कीन खान की जो अपनी खूबसूरती के दम पर पहले मिस उत्तराखंड का खिताब भी जीत चुकी हैं।

तस्कीन ने एक बार स्कूली पढ़ाई के दौरान ही मॉडलिंग क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने का फैसला कर लिया था। वह स्कूल में एक औसत छात्रा थी, जिसने अपनी सुंदरता के कारण कई क्षेत्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं में खिताब जीतकर अपनी अलग पहचान बनाई। जिसके बाद उन्होंने 2016-17 में मिस देहरादून और मिस उत्तराखंड का खिताब भी जीता।

आपको बता दें कि तस्कीन के सपने तो बड़े थे लेकिन उनकी चुनौतियां उससे भी बड़ी थीं. उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, तास्किन ने अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने के बजाय अपने देश के लिए कुछ करने का फैसला किया।तस्कीन ने IAS बनने के लिए तीन बार UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) पास करने की कोशिश की लेकिन विभिन्न कारणों से वह ऐसा करने में असफल रहीं।

ऐसी कठिन और तनावपूर्ण परिस्थितियों में हार न मानना ​​यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए एक और परीक्षा है। तस्कीन ने न सिर्फ इस परीक्षा में खुद को अच्छे से संभाला बल्कि UPSC परीक्षा के चौथे प्रयास के लिए भी खुद को तैयार किया और इस बार उनकी सोच सफल हो गई और इसके चलते चौथे प्रयास में उन्हें यूपीएससी (CSE) परीक्षा में पूरे देश में 736वां स्थान मिला।

मिस उत्तराखंड की यह सफलता इस बात का उदाहरण है कि चेहरे की खूबसूरती तब और भी निखर जाती है जब वह खूबसूरती साहस की ताकत के साथ मिलकर देश के काम आती है।