सरकार ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के 400m के दायरे को किया फ्रिज जोन घोषित, 11 स्टेशन की होगी कायापलट

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ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के लिए कार्य तेजी से चल रहा है। यह काम 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके अलावा अब सरकार ने रेलवे स्टेशन के आसपास के क्षेत्र को विकसित करने की योजना बनाई है। इसके लिए आवास विभाग ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन में शामिल 11 स्टेशनों पर 400 मीटर के दायरे में सभी प्रकार के निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया है।

स्टेशन के करीब सभी निर्माण पर लगी रोक

इस संबंध में कैबिनेट ने फैसला लिया था, जिसका आदेश अब आवास विभाग ने जारी कर दिया है। जारी आदेश के मुताबिक, अब सरकार की ओर से स्टेशनों के 400 मीटर के दायरे में सभी नए निर्माण या अन्य विकास पर रोक लगा दी गई है. ये स्टेशन हैं योगनगरी ऋषिकेश, शिवपुरी, ब्यासी, सिराला, चिलगढ़ मल्ला, मलेथा, श्रीनगर, धारी देवी, तिलानी, घोलतीर और गौचर। इनका निर्माण ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर किया जा रहा है।

इन सभी इलाकों को फ्रीज जोन घोषित कर दिया गया है। इसके बाद सरकार इन क्षेत्रों में नियोजित विकास के लिए एक मास्टर प्लान बनाने की योजना बना रही है और फिर उसके अनुसार निर्माण शुरू किया जाएगा। फिलहाल मास्टर प्लान बनने तक निर्माण पर यह रोक जारी रहेगी।

फ़्रीज़ ज़ोन वे संपत्ति हैं जहां निर्माण पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। उत्तराखंड में कई फ्रीज जोन हैं, ऐसा कहा जा रहा है कि रायपुर में सेंट्रल विस्टा की तर्ज पर विधान भवन, सचिवालय और निदेशालयों के लिए भवनों का निर्माण किया जाना है।

उत्तर क्षेत्र में रायपुर से थानो रोड तक, दक्षिण में मुख्य हरिद्वार रोड तक, पश्चिम में आयुध निर्माणी सीमा को छोड़कर नाले के पूर्व में हरिद्वार रोड तक और पूर्व में भोपालपानी, बडासी ग्रांट तक काली माटी गांव दूनघाटी मास्टर प्लान में शामिल। फ्रीज जोन घोषित कर दिया गया है। यहां का मास्टर प्लान बनाया जा रहा है।