उत्तराखंड के गंगोत्री से शुरू हो रही है ऐतिहासिक मैराथन, 1700 km की ग्लोबल गंगज्योत मैराथन 2024 से सनातनी देंगे संदेश

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सनातनी गंगा फाउंडेशन ने आगामी ग्लोबल गंगज्योत मैराथन 2024 की घोषणा की है। यह पहली बार होगा और माना जा रहा है कि यह अनोखी मैराथन इतिहास रचेगी। ग्लोबल गंगज्योत मैराथन 2024 उत्तराखंड के गंगोत्री में गंगा के पवित्र उद्गम से शुरू होगी और 15 मार्च को पटना में समाप्त होगी। पटना एक प्रमुख शहर है जो गंगा नदी के तट पर स्थित है, इसलिए इसे समापन बिंदु के रूप में चुना गया है।

गंगोत्री से पटना तक होगी 1700 KM की मैराथन

यह मैराथन. यह मैराथन गंगोत्री, देवप्रयाग, ऋषिकेश, हरिद्वार, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और पटना सहित गंगा नदी के किनारे के शहरों से होकर गुजरेगी।

यह मैराथन 24 फरवरी से 15 मार्च 2024 के बीच होने वाली है, इस मैराथन का मुख्य उद्देश्य जनता के बीच आध्यात्मिक जुड़ाव के साथ-साथ गंगा स्वच्छता और गंगा संरक्षण के लिए जन जागरूकता को बढ़ावा देना है।सनातनी गंगा फाउंडेशन, एक गैर सरकारी संगठन है जो गंगा स्वच्छता परियोजनाओं और आध्यात्मिक जागृति के लिए समर्पित है, इस पहल के लिए हेल्थ फिटनेस ट्रस्ट (एचएफटी) के साथ जुड़ा है।

सनातनी गंगा फाउंडेशन के प्रवक्ता कैप्टन प्रवीण कुमार ने कहा, ”हम चाहते हैं कि सनातन संस्कृति के मूल्य दुनिया भर में फैलें। चूँकि नदियों ने विश्व स्तर पर सभ्यताओं के फलने-फूलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैराथन के माध्यम से हमारा प्रयास लोगों को गंगा की स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है।

हेल्थ फिटनेस के तहत डॉ. सुनीता गोदारा के गतिशील नेतृत्व के साथ, खेल के माध्यम से सामाजिक प्रभाव और सशक्तिकरण के प्रति हमारे सहयोगात्मक प्रयासों और प्रतिबद्धता ने खेल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से वंचित समुदायों के कई युवाओं को अपने खेल करियर में आगे बढ़ने और उत्कृष्टता हासिल करने में सक्षम बनाया है।

हासिल करने का अवसर प्रदान किया। मुझे विश्वास है कि 1700 किमी की यह मैराथन इतिहास रचेगी।’ इस प्रेस वार्ता में गणमान्य अतिथियों में फिलिस्तीन दूतावास के काउंसलर अब्देलराज़ेग अबू जाज़र, लेडी सिंघम के नाम से विख्यात दिल्ली पुलिस अधिकारी किरण सेठी, प्रतिष्ठित एथलीट और मैराथन धावक डॉ. सुनीता गोदारा, आचार्य लोकेश मुनि, गंगोत्री धाम के प्रमुख राहुल हरीश सेमवाल , कथक युगल नलिनी एवं कमलिनी, भारतीय सर्वधर्म संसद के अध्यक्ष गोस्वामी सुशील जी महाराज, इस्कॉन के विजेंद्र दास, अन्य लोग शामिल हुए।