एक हादसे ने बदल डाली उत्तराखंड की गरिमा की जिंदगी, पहाड़ की बेटी ने नहीं मानी हार और पैरा एथलेटिक्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप में जीते तीन पदक

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साल 2018 में उत्तराखंड की युवा राष्ट्रीय खिलाड़ी गरिमा जोशी बेंगलुरु में एक दुखद हादसे का शिकार हो गईं, जिसने उनकी जिंदगी बदल कर रख दी। हादसे के बाद कई लोगों ने सोचा कि गरिमा दोबारा नहीं खेल पाएंगी और उनका करियर खत्म हो जाएगा, लेकिन उत्तराखंड की बेटी ने अपने साहस से अपने जीवन में नकारात्मकताओं को हराया और मैदान पर लौट आई।

बैंगलोर में आयोजित हुई प्रतियोगिता में पहाड़ की बेटी ने जीते 3 पदक

इसके बाद उन्होंने कई मेडल जीते। अब छठी इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी गरिमा जोशी ने 3 रजत पदक जीते। यह प्रतियोगिता वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स एसोसिएशन, इंटरनेशनल पैरा एथलेटिक्स कमेटी और पैरा एथलेटिक्स कमेटी इंडिया के बैनर तले आयोजित की गई थी।

द्वाराहाट के छतगुल्ला निवासी अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलीट गरिमा जोशी ने इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप में देश के लिए तीन रजत पदक जीते हैं। गरिमा जोशी ने 25 से 26 मार्च तक बेंगलुरु के कंसर्वा स्टेडियम में आयोजित इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स इंटरनेशनल चैंपियनशिप में F55 श्रेणी के शॉर्ट पुट, डिस्कस थ्रो और जेवलिन थ्रो में 3 रजत पदक जीते।

आपको बता दें कि इसके अलावा गरिमा ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैच भी जीते हैं। एएमडी फिलहाल वह गांधी नगर में अपनी ट्रेनिंग ले रही हैं और हो सकता है कि भविष्य में वह भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।