उत्तराखंड में बढ़ती खपत और बिजली चोरी रोकने के लिए निकाला गया नया फार्मूला, अब घर में रखे बिजली उपकरण व स्वीकृत भार पर मिलेगा बिजली का बिल

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बिजली की कमी और चोरी के लिए अब ऊर्जा निगम एक नया फॉर्मूला लेकर आया है। विभाग जल्द ही बिजली कनेक्शन में बदलाव करने जा रहा है, जिससे घर में लगे उपकरणों के हिसाब से बिजली कनेक्शन का लोड तय होगा और उसी हिसाब से बिल आएगा, इसके लिए एक फॉर्मूला भी तैयार किया गया है, जो की कनेक्शन लोड के आधार पर होगा।

लिए गए कनेक्शन से ज्यादा भार लेने पर होते है फाॅल्ट

इस गर्मी में बिजली विभाग पर बोझ तब बढ़ गया जब राज्य में अचानक बिजली का लोड बढ़ गया। बिजली का लोड निर्धारित सीमा से अधिक होने पर आपूर्ति में गड़बड़ी हुई, समस्या का कारण पता करने पर पता चला कि लोगों ने अपने घरों में अधिक विद्युत उपकरण लगा रखे थे, जबकि कनेक्शन कम लोड का था। इस समस्या को देखते हुए निगम ने प्रति किलोवाट उपकरणों की संख्या निर्धारित करते हुए लोड का नया प्रारूप जारी किया है।

अब उत्तराखंड में घरों में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के आधार पर बिजली कनेक्शन का लोड तय किया जाएगा और बिल भी उसी हिसाब से आएगा। ऊर्जा निगम ने प्रति किलोवाट उपकरणों की संख्या तय कर दी है। ऊर्जा निगम के निदेशक संचालन मदन राम आर्य ने बताया कि मीटर रीडर लोगों के घर जाकर उनके कनेक्शन और वास्तविक लोड की जानकारी देंगे।

जानिए उपकरणों के आधार पर बिजली का वितरण कैसे किया जाएगा नीचे दिए गए नुकसान की जांच करें

  • एक से दो किलोवाट – लाइट, पंखे, फ्रिज, टीवी
  • तीन से चार किलोवाट – लाइट, पंखे, फ्रिज, टीवी, एक वॉशिंग मशीन, एक गीजर, एक एसी, मिक्सर
  • पांच से आठ किलोवाट- लाइट, पंखे, फ्रिज, मिक्सर, टीवी, एक वॉशिंग मशीन, दो गीजर, दो एसी, एक इंडक्शन कुक टॉप, माइक्रोवेव।
  • आठ से दस किलोवाट- लाइट, पंखे, फ्रिज, मिक्सर, टीवी, एक वॉशिंग मशीन, तीन गीजर, तीन एसी, एक इंडक्शन कुक टॉप, माइक्रोवेव।