चमोली के छोटे से गांव के धीरज सिंह कुँवर ने करा नीति-माणा का नाम रौशन, पूरे उत्तराखंड में खुशी की लहर

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गौरतलब है कि चूंकि संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार, अप्रैल को सिविल सेवा परीक्षा 2023 का परिणाम घोषित कर दिया है. उत्तराखंड के कई युवाओं ने भी फिर से अपना परचम लहराया है. हर दिन किसी न किसी परीक्षा में उत्तराखंड के होनहार युवा अपना उचित स्थान हासिल कर रहे हैं। कई युवाओं ने परीक्षा पास की, लेकिन आज हम बात कर रहे हैं चमोली के एक लड़के धीरज सिंह कुँवर की, जिन्होंने देश की सर्वोच्च परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग में सफलता हासिल की, उन्होंने लगभग 559 रैंक हासिल की।

UPSC की सिविल परिक्षा में आयी 559वी लहर

आज हम बात कर रहे हैं मूल रूप से उत्तराखंड के चमोली जिले के सुदूरवर्ती गांव नीती घाटी के रहने वाले धीरज सिंह कुंवर की, जिन्होंने अपनी मेहनत से यूपीएससी की परीक्षा पास की है। आपको बता दें कि धीरज का जन्म 24 अक्टूबर 1997 को उत्तराखंड के चमोली के जिला मुख्यालय गोपेश्वर में हुआ था। धीरज को बचपन से ही पढ़ने-लिखने में बहुत रुचि है और वह पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहे हैं।

आपको बता दें कि धीरज के पिता प्रोफेसर धन सिंह कुँवर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं और माता श्रीमती सावित्री देवी कुँवर गृहिणी हैं। धीरज के 3 भाई हैं और उनमें से वह अपने परिवार का सबसे छोटा सदस्य है। धीरज ने अपनी प्राथमिक शिक्षा चमोली जिले के जोशीमठ से प्राप्त की और उन्होंने अपनी हाई स्कूल इंटरमीडिएट की परीक्षा सेंट थेरेसा, हल्द्वानी से की।

धीरज ने नई दिल्ली के मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है और आज धीरज ने देश की सर्वोच्च परीक्षा में अपना स्थान पक्का कर लिया है और साथ ही उन्होंने यह भी साबित कर दिया है कि चाहे रास्ते में कुछ भी आए। चाहे आपके रास्ते में कितनी भी बाधाएं क्यों न आएं, अगर आपका लक्ष्य एक बात पर अटल है तो आप एक दिन उन सभी बाधाओं को पार करके अपने लक्ष्य को जरूर हासिल कर लेंगे।

धीरज की इतनी बड़ी उपलब्धि को देखकर नीती माणा घाटी गांव के सभी लोगों को उस पर गर्व है। उन्होंने उनके गांव का नाम बहुत रोशन किया है. और चमोली के लोगों को धीरज पर गर्व है और सभी लोगों में खुशी की लहर है।