उत्तराखंड में मौसम फिर बदल गया है। कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के अधिकांश जिलों में शीतकालीन वर्षा का दौर जारी है।केदारनाथ और गंगोत्री धाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद भीषण शीतलहर चल रही है।
ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश की सम्भावना
लोग खुद को गर्म रखने के लिए और भी कई तरह के काम कर रहे हैं, राहत पाने के लिए ज्यादातर लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। अनुमान है कि अगले 24 घंटों के दौरान मौसम के बदलते मिजाज से राहत के कोई संकेत नहीं हैं। अगले 24 घंटों में ज्यादातर इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है।
ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। जिससे तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने के साथ मैदानी इलाकों में भी कड़ाके की ठंड पड़ेगी। आज आंशिक गरज वाले बादल बन सकते हैं। ऊंचे क्षेत्रों में रात में तापमान माइनस में जा सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, पौडी, अल्मोडा, नैनीताल, पिथौरागढ, चंपावत, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और टिहरी जिलों में गरज वाले बादल बनने की संभावना जताई है। इसके साथ ही कुछ जगहों पर हल्की बारिश के भी आसार हैं। 4000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होगी।
ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी का असर निचले इलाकों में भी दिखेगा। मैदानी इलाकों में औसत तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है। इन दिनों पहाड़ी इलाकों में मौसम खराब है, इसलिए अगर आप चारधाम समेत पहाड़ी इलाकों की यात्रा पर जा रहे हैं तो विशेष सावधानी बरतें।
ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े अपने पास रखें। वाहन चलाते समय सावधान रहें। चारधाम क्षेत्रों में यात्रा से पहले लोगों को मौसम की जानकारी जरूर लेनी चाहिए।