बागेश्वर के विनोद जोशी ने बढ़ाया अपने गाँव का मान, जीव विज्ञान में P.hD कर बने अपने गाँव के पहले डाॅक्टर

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बागेश्वर के कपकोट तहसील अंतर्गत गोदियाधार गांव निवासी महेश चंद्र जोशी के गौरव पुत्र विनोद चंद्र जोशी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में वनस्पति विज्ञान में पीएचडी की डिग्री हासिल की है। जैसा कि उनके शिक्षकों ने बताया है, विनोद एक प्रतिभाशाली छात्र हैं।

2018 में जीत चुके है युवा वैज्ञानिक पुरस्कार भी

उन्होंने अपना शोध कार्य प्रोफेसर आर. सी. सुन्दरियाल के निर्देशन एवं डॉ. धानी आर्य के सह-निर्देशन में जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण अनुसंधान संस्थान, कोसी कटारमल एवं सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोडा द्वारा वन संरचना कार्यप्रणाली विषय पर किया है। और मध्य हिमालय की पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएँ।

विनोद जोशी ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में लगभग 30 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं, साथ ही 15 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनारों में भी भाग लिया है। आपको बता दें कि विनोद जोशी को 2018 में उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा युवा वैज्ञानिक पुरस्कार भी मिल चुका है और वर्ष 2023 में अमर उजाला फाउंडेशन द्वारा उत्तराखंड उत्कृष्टता पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

आपको बता दें कि वर्तमान में विनोद जोशी भारतीय वन्यजीव संस्थान में वरिष्ठ शोधकर्ता के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, पिता, भाई-बहन, पत्नी, शिक्षकों, दोस्तों और अपने सभी करीबी रिश्तेदारों को दिया। विनोद जोशी के पिता उत्तराखंड पशुपालन विभाग से सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं और माँ एक गृहिणी हैं। उनकी इस उपलब्धि से उनके सभी शुभचिंतक बेहद खुश हैं और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।