अब नैनीताल के कैंची धामी में दर्शन करने के लिए भी होगा ऑनलाइन पंजीकरण, बढ़ रही भीड़ से बचने के लिए सरकार बनाएगी प्राधिकरण

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उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम मंदिर चारधाम यात्रा की तरह ही दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का एक प्रसिद्ध केंद्र बन गया है, अब यहां लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। यहां हर साल विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यात्रा के दौरान लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिनमें सबसे बड़ी समस्या है ट्रैफिक जाम। इसे ध्यान में रखते हुए, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा की तर्ज पर कैंची धाम में भी ऑनलाइन पंजीकरण की उचित व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।

गाड़ियों के जाम से बचने के लिए बनेंगे 11 पार्किंग स्थल

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम की पहचान अब बड़े पैमाने पर हो रही है और चार धाम की तर्ज पर इसकी लोकप्रियता विश्व स्तर पर बढ़ रही है, जिसके चलते वह यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि अब कैंची धाम में भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की जाएगी। इतना ही नहीं, यहां तक ​​पहुंचने के लिए सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ नए मार्गों की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं।

यात्रा विकास प्राधिकरण के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्राधिकरण के माध्यम से कैंची धाम सहित राज्य के सभी प्रमुख मंदिरों को शामिल किया जाएगा और इन मंदिरों के लिए मार्गों सहित अन्य व्यवस्थाओं का प्रबंधन किया जा सकेगा।इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है। चारधाम यात्रा को लेकर सीएम का कहना है कि यात्री सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है और इसकी लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही है।

बैठक में सीएम ने कुमाऊं में बढ़ते पर्यटन को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण सड़क मार्गों की स्थिति की जानकारी ली और काठगोदाम से गुलाब वैली रोड की संभावना तलाशने के लिए काठगोदाम-देवीधुरा रोड की प्रगति जानने के निर्देश दिए। अधिकारियों से भवाली से भीमताल बाईपास मार्ग के बारे में जानकारी लेने से इन मार्गों पर यातायात व्यवस्थित करने में भी मदद मिली है।