किस्मत में जब लिखा है तब मिलेगा, उत्तराखंड के मेल्टा गाँव की बेटी बनी नर्सिंग लेफ्टिनेंट

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उत्तराखंड के युवा न केवल प्रतिभाशाली और मेहनती हैं बल्कि प्रेरणा के स्रोत भी हैं। कई युवाओं ने अपनी मेहनत से प्रदेश का नाम रोशन किया है। आज हम आपके सामने पेश कर रहे हैं मेल्टा गांव की शिवानी भंडारी की कहानी जो भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित हुई हैं, उनकी इस उपलब्धि से पूरे गांव में खुशी का माहौल है और हर कोई उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दे रहा है।

इससे पहले भी राज्य में सेवा के लिए मिल चुका है गोल्ड मेडल

शिवानी के लेफ्टिनेंट बनने की सफलता से सभी बेहद खुश हैं. यह केवल उसकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के कारण संभव है, और दिखाता है कि कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। शिवानी ने अपनी मेहनत, लगन और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है, जो अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

शमसेरा सिंह भंडारी की पुत्री शिवानी भंडारी अपने मूल निवास बांस क्षेत्र की ग्राम पंचायत संघर के गांव मेल्टा की रहने वाली हैं, उन्होंने वर्ष 2022 में सुशीला तिवारी राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी से बीएससी नर्सिंग में गोल्ड मेडल हासिल किया है, जिसके बाद उन्हें हल्द्वानी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुरस्कृत किया। इन दिनों वह खटीमा में रहती हैं।

शिवानी ने यह उपलब्धि उत्तराखंड चिकित्सा विभाग में स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के पद पर काम करते हुए हासिल की है। उनका परिवार वर्तमान में खटीमा के भूड़ा किसनी में रहता है और शिवानी ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है।