उत्तराखंड की एक और बेटी ने भरी पेरिस के लिए उड़ान, धावक अंकिता ध्यानी को मिला भारत से पेरिस ओलिंपिक का टिकट

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आज उत्तराखंड के युवा हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रहे हैं। खासकर, पहाड़ की बेटियां हर क्षेत्र में अपना हुनर ​​साबित कर रही हैं। वे हर क्षेत्र में बेटों से न केवल आगे बढ़ रहे हैं बल्कि सार्थक परिणाम भी दे रहे हैं। आज हम आपको जिस बेटी के बारे में बताने जा रहे हैं उसने अपनी मेहनत और लगन से पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। हम बात कर रहे हैं बेटी अंकिता ध्यानी की। उन्होंने कई पदक जीते थे लेकिन विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई किया है।

विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से करा प्रवेश

हम आपको बताना चाहेंगे कि अंकिता ध्यानी मूल रूप से पौडी गढ़वाल जिले के लैंसडाउन तहसील क्षेत्र के मेरूडा गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने रैंकिंग में 42वां स्थान हासिल किया है, जिसके चलते उन्होंने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है। फिलहाल वह बेंगलुरु में इंडियन कैंप ट्रेनिंग में ट्रेनिंग ले रही हैं। इससे पहले हाल ही में उन्होंने हिमाचल प्रदेश के पंचकुला में चल रही 63वीं नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था।

यहां उन्होंने रेस जीत ली और इतना ही नहीं उन्होंने अपनी रेस 16 मिनट 10.31 सेकेंड में पूरी की बल्कि अपने प्रतिद्वंद्वियों को काफी पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान भी हासिल किया और गोल्ड मेडल जीता. इससे पहले भी अंकिता कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर कई पदक जीत चुकी हैं।

अंकिता के पिता महमीनंद ध्यानी और माता लक्ष्मी देवी बताते हैं कि अंकिता को आठवीं कक्षा में पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने तेहरान में आयोजित एशियाई इंडोर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में रजत पदक भी जीता। बेटी की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है।