रुद्रप्रयाग के अभिषेक ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान, चेन्नई के मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में बने वैज्ञानिक

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आज हम आपको उत्तराखंड के एक और होनहार युवा से मिलवाने जा रहे हैं जिसने अपनी मेहनत के दम पर अपना नाम बनाया और किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहा। हम आपके लिए प्रदेश के इन होनहार युवाओं की अभूतपूर्व सफलताओं की खबरें लाते रहते हैं, जिन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर सफलता की ऊंची ऊंचाइयां हासिल की हैं।

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हम जिस राज्य के युवा खून की बात कर रहे हैं वह अभिषेक राणा हैं जिन्होंने वैज्ञानिक बनकर न सिर्फ अपने माता-पिता और अपने गृह जिले का नाम रोशन किया है बल्कि पूरे उत्तराखंड को भी गौरवान्वित होने का सुनहरा मौका दिया है। अभिषेक राणा मूल रूप से राज्य के रुद्रप्रयाग जिले के रहने वाले हैं, वह अब मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, चेन्नई में वैज्ञानिक के पद पर तैनात हैं।

अभिषेक की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में खुशी का माहौल है, वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के रुद्रप्रयाग जिले के बीन गांव निवासी अभिषेक राणा का चयन मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, चेन्नई में वैज्ञानिक के पद पर हुआ है।

आपको बता दें कि पिछले कई सालों से उनका परिवार राज्य के चमोली जिले के गौचर में रह रहा है। अभिषेक ने भी यहीं से शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उनका चयन रेलवे में हो गया, जहां तीन साल तक कोल इंडिया विलासपुर में इंजीनियर के तौर पर काम करने के बाद वह एमटेक के लिए आईआईटी बनारस चले गए। अब उनका चयन चेन्नई में वैज्ञानिक के पद पर हो गया है। आपको बता दें कि अभिषेक के पिता लक्ष्मण सिंह राणा जहां जीआईसी रुद्रप्रयाग से सेवानिवृत्त शिक्षक हैं, वहीं उनकी मां मनोरमा राणा भी शिक्षिका हैं।