28 साल पहले शुरू हुआ सफर अब जानेगी पूरी दुनिया, उत्तराखंड की इस जगह की गंगा आरती वर्ल्ड ऑफ रिकार्ड बुक में शामिल

भारत में हर शाम नदी के घाट पर आरती करने की परंपरा है। इन सबके बीच गंगा आरती देखने में बहुत खास और सुखद है। अब, परमार्थ निकेतन घाट पर वर्ष 1997 में शुरू हुई और 28 वर्षों से प्रतिदिन की जा रही आरती ने अब विश्व रिकॉर्ड बना लिया है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अधिकारियों ने इस संबंध में स्वामी चिदानंद सरस्वती को एक प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किया।

परमार्थ निकेतन में हर दिन होती है नॉनस्टॉप आधा घण्टे आरती

ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सूचीबद्ध किया गया है। आरती को 30 मिनट की नॉनस्टॉप दैनिक मनोरम आरती के रूप में सूचीबद्ध करके पुरस्कृत किया गया है। यह स्वामी चिदानंद द्वारा शुरू किया गया था जो 28 वर्षों से लगातार चल रहा है।

जो अब प्रतिदिन आयोजित किया जाता है। उन्होंने कहा कि नदियाँ हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं, वे हमारी जीवन धारा का आधार हैं और हमें शांति और मोक्ष का अनुभव कराती हैं।स्वामी चिदानंद सरस्वती ने 1997 में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष के रूप में गंगा आरती का आयोजन किया था। तब से लगभग 28 वर्षों से प्रतिदिन गंगा आरती जारी है।

स्वामी चिदानन्द ने कहा कि नदियाँ मानव सभ्यता के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण एवं धरती का रक्त स्रोत हैं तथा इनके जल में भारतीय संस्कृति की ध्वनि प्रतिध्वनित होती है। ये जीवन और आजीविका का आधार हैं, जो शांति और मोक्ष दोनों प्रदान करते हैं।

यही कारण है कि हमने गंगा आरती के माध्यम से जल जागरूकता शुरू की है। दुनिया भर से लोग हर शाम ऑनलाइन गंगा आरती में शामिल होते हैं और अपने घरों से ही हाथों में आरती की थाली लेकर आरती करते हैं। पूरे विश्व में गंगा के प्रति अद्भुत समर्पण है, इसलिए गंगा का संरक्षण और भी महत्वपूर्ण है।

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