उत्तराखंड के फलो और जड़ी-बूटी से अचार बनाकर जलाई युवाओं में स्वरोजगार की आग, हो रहा काफी मुनाफा पलायन को दिखाया आईना

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

एक तरफ जहां राज्य के अधिकांश युवा रोजगार की तलाश में लगातार दूसरे राज्यों और बड़े शहरों की ओर रुख कर रहे हैं, वहीं उत्तराखंड के कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी जड़ों से जुड़े रहने का फैसला कर रहे हैं और किसी अन्य तरीके से पैसा कमाने का रास्ता खोज रहे हैं। स्वरोजगार का. हम आज बात कर रहे हैं प्रदेश के उन होनहार निवासियों की जो पहाड़ों में रहकर स्वरोजगार की अलख जगा रहे हैं।

दोस्तो के सुझाव देने पर शुरू किया व्यापार हर हफ्ते बिकता है 35 kg अचार

आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी होनहार बेटी से मिलवाने जा रहे हैं जिसने पहाड़ों में रहकर अचार बनाना शुरू कर दिया है। हम बात कर रहे हैं रुचि पंत की, जो मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर की रहने वाली हैं, उनकी सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज कुछ ही महीनों में उनके अचार की मांग न सिर्फ बढ़ गई है बल्कि उनका घर का बना अचार सभी को पसंद भी आ रहा है।

इससे पहले रुचि दिल्ली में 3 साल नौकरी कर चुकी हैं और इसके बाद उन्होंने तीन साल दिल्ली में नौकरी करने के बाद स्वरोजगार का रास्ता चुना। यह बताने के लिए काफी है कि आज महिलाएं सिर्फ रसोई चलाने तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि घर संभालने के साथ-साथ नौकरी और बिजनेस करके भी अपने सपनों को साकार कर रही हैं। खास बातचीत में रुचि ने बताया कि फिलहाल वह मिर्च, नींबू, लहसुन, अदरक, आंवला, आम, गाजर, फूलगोभी, मूली का अचार और मिक्स अचार भी बना रही हैं।

उन्होंने बताया कि उनके द्वारा बनाया गया मिक्स अचार लोगों को सबसे ज्यादा पसंद आ रहा है। अपने सफर की शुरुआत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि शादी से पहले उन्होंने तीन साल तक दिल्ली में काम किया। शादी के बाद वह पहाड़ों पर लौट आईं और गृहिणी बन गईं। बचपन से ही खाना और अचार बनाने की शौकीन रुचि शादी के बाद शुरुआत में अपने लिए अचार बनाती थीं।

हमारी यात्रा तब शुरू होती है जब उसने अपने दोस्तों को अपने द्वारा तैयार अचार का स्वाद चखाया। जिस पर उन्हें अचार का बिजनेस करने की सलाह दी गई। दोस्तों की सलाह मानकर उन्होंने घर पर ही अचार बनाने का बिजनेस शुरू किया। कुछ ही महीने पहले शुरू किए गए उनके स्वरोजगार की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज रुचि प्रति सप्ताह 35 किलो से ज्यादा अचार बेच रही हैं।

अपने अचार की कीमतों के बारे में बात करते हुए रुचि ने बताया कि उनके द्वारा निर्मित मिक्स अचार की कीमत 300 रुपये प्रति किलो है। अन्य अचारों के रेट मौसम के अनुसार बदलते रहते हैं। उनका कहना है कि वह अपने ग्राहकों को बिल्कुल ताजा अचार मुहैया करा रही हैं, जिसे तीन-चार महीने तक आसानी से खाया जा सकता है।