प्रदेश की होनहार बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। हम हर दिन आपको प्रदेश की इन होनहार बेटियों से मिलवाते रहते हैं जिन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर सफलता हासिल की है। हम जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में खेलो इंडिया गेम्स का आयोजन किया जा रहा है और उत्तराखंड के कई युवा इन खेलों में रिकॉर्ड बना रहे हैं।
हिमाचल सीमा से लगी 5600 मी की जिंगजीबार चोटी भी कर चुके है फतह
आज हम आपको प्रदेश की एक और ऐसी होनहार बेटी से मिलवाने जा रहे हैं जिसने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में सफलता हासिल की है। इसके बाद उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने राज्य के लिए दो पदक जीते और पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है गर्व करने का अवसर।
हम बात कर रहे हैं मेनका गुंज्याल की, जो उत्तराखंड के सीमांत गांव गुंजी गांव, जो कि राज्य के पिथौरागढ़ जिले का विकास खंड है, की रहने वाली हैं, उन्होंने चौथे खेलो के तहत जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में चल रही स्कीइंग पर्वतारोहण स्प्रिंट दौड़ में भाग लिया था। भारत सरकार के खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया। इस प्रतियोगिता में वह स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं।
इतना ही नहीं मेनका ने स्की माउंटेनियरिंग, वर्ट रेसिंग और 4500 मीटर से ज्यादा ऊंची पीर पंजाल रेंज, सार्क फिन स्कीइंग डाउन में भी सिल्वर मेडल जीता है। इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां मेनका के परिवार में खुशी का माहौल है, वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है।
आपको बता दें कि इससे पहले मेनका गुंज्याल एक अच्छी पर्वतारोही हैं और उन्होंने कई चोटियों पर चढ़ाई भी की थी, साथ ही काला बादल ने हरनाम सिंह टिब्बा चोटी पर भी फतह हासिल की थी। उन्होंने हिमाचल और लद्दाख की सीमा से लगी जिंगजीबार के पास स्थित 5600 मीटर ऊंची चोटी हरनाम सिंह टिब्बा को फतह किया, जिस पर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उन्हें बधाई दी।