बचपन से वर्दी पहनने का सपना हुआ पूरा, उत्तराखंड की डीडीहाट की योगिता गुरुरानी बनी डिप्टी जेलर

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उत्तराखंड के युवाओं की उपलब्धियां उनके परिवार और स्थानीय लोगों को गौरवान्वित करती हैं और अगर वह उपलब्धि उनकी प्रतिभाशाली बेटियों की हो तो उनकी खुशी दोगुनी हो जाती है। उन लड़कियों की सराहना की जाती है और वे हर दूसरी लड़की के लिए और पूरे राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा बन जाती हैं, इनमें से कई उपलब्धियाँ इन प्रतिभाशाली बेटियों के साहस को भी दर्शाती हैं।

UKPSC Lower PCS की परीक्षा उत्तीर्ण कर हासिल की सफलता

उत्तराखंड की होनहार बेटियों के सपनों और जुनून को आज किसी भी तरह से रोका नहीं जा सकता, उन्हें परिवार, समाज और सरकार से हर तरह का प्रोत्साहन और समर्थन मिलता है। यही कारण है कि आज की बेटियां शिक्षा के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी अपना भविष्य बनाने में सक्षम हैं।

इसी क्रम में आज हम आपको योगिता गुरुरानी की कहानी बता रहे हैं जो कई अन्य बच्चियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं। इस बात को पुष्ट करने का काम किया है देवभूमि उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट क्षेत्र की रहने वाली योगिता गुरुरानी ने।

हम आपको बताना चाहते हैं कि योगिता ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2021 के लिए आयोजित लोअर पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण की है। परीक्षा उत्तीर्ण करने के साथ, योगिता ने पूरे राज्य में 44 वां स्थान हासिल किया है और डिप्टी जेलर बनने का अपना सपना भी पूरा कर लिया है। योगिता ने अपनी इस सफलता के लिए अपने परिजनों के सहयोग और मार्गदर्शन को पूरा श्रेय देते हुए अपने शिक्षकों को भी तहे दिल से धन्यवाद दिया है।

आपको यह भी बता दें कि योगिता के दादा तारा दत्त गुरुरानी प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त हैं।योगिता के माता-पिता का कहना है कि योगिता, जो बचपन से ही प्रेरणादायक और सहायक माहौल में पली-बढ़ी है, उसने अपने लक्ष्य निर्धारित किए हैं और उन्हें हासिल करने के लिए दैनिक प्रयास किए हैं।

अपना हर काम देश को समर्पित करने वाली योगिता के जीवन में इतनी बड़ी सफलता के बावजूद उनके माता-पिता को भरोसा है कि योगिता आने वाले समय में और सफलता हासिल करेगी और पूरे क्षेत्र और जिले का नाम रोशन करेगी। चूँकि यह एक राज्य परीक्षा है, वह दिन दूर नहीं होगा जब वह सिविल सेवा में आ सकेगी।

उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि के बाद हर कोई रिश्तेदारों और शहर के कई लोगों से मिली शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दे रहा है, इस खुशी के मौके पर योगिता ने अपनी बहन जयश्री के साथ अपने पिता की अभूतपूर्व पहल “एक पौधा धरती मां के नाम” के तहत पौधे लगाए।