जल्द ही गढ़वाल और कुमाऊं के बीच की दूरी बहुत तेजी से तय की जाएगी क्योंकि काठगोदाम से देहरादून तक वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू की जा सकती है। फिलहाल उत्तराखंड में वंदे भारत का विकल्प केवल देहरादून से दिल्ली तक ही उपलब्ध है, लेकिन लखनऊ और दून के बीच भी वंदे भारत का संचालन किया जाएगा।
जल्द जारी किया जाएगा ट्रेन का समय और रुट
कुमाऊं में अभी यह सेवा नहीं आई है। लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक जल्द ही काठगोदाम से देहरादून के लिए इस आधुनिक ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जाएगी। उत्तराखंड में सर्दी हो या गर्मी, कुमाऊं में पर्यटकों की संख्या कभी कम नहीं होती। इस स्थान पर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों से पर्यटक आते हैं। पहाड़ी इलाकों का बदलता मौसम, खूबसूरत पहाड़ों की झलक और सबका मन मोह लेने वाली हमारी पहाड़ी संस्कृति यहां पर्यटकों को आकर्षित करती है।
कई वर्षों से पर्यटक यहां की मिठास से अभिभूत होकर लोगों का दिल नहीं बदलते, प्रगति जरूर होती है। बदलते समय के साथ आधुनिकता और आसान परिवहन में भी प्रगति देखी जा सकती है। बदलते समय के साथ आधुनिकता और आसान परिवहन में भी विकास देखने को मिल रहा है। जिस सुविधा का फायदा हर कोई उठाना चाहता है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार भारत में बनी वंदे भारत रेल सेवा को पूरे भारत के लिए शुरू करने की योजना बना रही है।
अब आखिरकार लोगों का इंतजार खत्म हो जाएगा और यह रेल सेवा भी जल्द ही कुमाऊं तक पहुंच सकेगी। जिसके बाद यात्रियों को काठगोदाम से देहरादून के लिए तीसरी ट्रेन सेवा का विकल्प भी मिलेगा। आपको बता दें कि अभी तक काठगोदाम से देहरादून के लिए केवल दो ट्रेनें संचालित होती हैं। जिनमें से एक ट्रेन जनशताब्दी सुबह देहरादून के लिए रवाना होती है और दूसरी काठगोदाम-देहरादून एक्सप्रेस रात में।
वंदे भारत के आने से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और टिकट की जद्दोजहद से राहत मिलेगी, जिससे उनका सफर और भी यादगार हो जाएगा। इससे पीएफ लोगों को यात्रा करने में काफी आसानी होगी। हालांकि ट्रेन का समय अभी निर्धारित नहीं है। रेलवे की अनुमति मिलते ही रूट और समय निर्धारित कर दिया जाएगा और यह ट्रेन कहां रुकेगी इसकी सूची भी बता दी जाएगी।