23 नवंबर का दिन उत्तराखंड के लिए बेहद दुखद है। अत्यंत दुखद समाचार से पूरा राज्य, संपूर्ण उत्तराखंड शोक में डूब गया। खबर जम्मू-कश्मीर बॉर्डर से है, जहां देवभूमि उत्तराखंड का बेटा राजौरी में भारत मां की रक्षा करते हुए शहीद हो गया है। शहीद जवान की पहचान संजय बिष्ट के रूप में हुई है. बताया जाता है कि वह मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के रहने वाले थे।
संजय की शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम
उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मच गया है, वहीं पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। आपको बता दें कि पिछले बुधवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद संजय के साथ सेना के दो अन्य अधिकारी और दो जवान भी शहीद हो गए थे, जबकि एक अन्य घायल जवान की हालत गंभीर बनी हुई है। सैनिक से संबंधित विषय पर कोई और समाचार नहीं है।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के बेतालघाट ब्लॉक के रातीघाट क्षेत्र के हरी गांव के रहने वाले संजय बिष्ट भारतीय सेना में कार्यरत थे। वर्तमान में वह जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तैनात थे। जहां कल आतंकियों से मुठभेड़ में संजय समेत भारतीय सेना के दो अधिकारी (कैप्टन) और दो जवान शहीद हो गए।
जैसे ही सेना के अधिकारियों ने संजय के परिवार को उनकी शहादत की सूचना दी तो परिवार में कोहराम मच गया। शहीद संजय एक युवा अधिकारी थे जो वर्ष 2012 में रानीखेत भर्ती के माध्यम से भारतीय सेना में शामिल हुए थे। अपनी मातृभूमि के लिए 28 वर्षीय संजय अपना पूरा परिवार छोड़ गए। वह अभी भी अविवाहित थे और उनकी मृत्यु के बाद माता मंजू बिष्ट, पिता दीवान सिंह बिष्ट सहित उनका परिवार शोक में डूबा हुआ है। संजय के पिता पोस्ट ऑफिस में काम करते हैं. सेना के अधिकारियों के मुताबिक उनका पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक उनके पैतृक गांव पहुंचेगा।