उत्तराखंड के लिए फ्रांस से एक अच्छी खबर आ रही है। यहां ओक के गेर्स स्थित प्रशिक्षण संस्थान में सितंबर 2024 से मार्च 2025 तक सात महीनों के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस मिशन के एक प्रमुख उद्देश्य के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, भारत और फ्रांस के बीच अंतरराष्ट्रीय गतिशीलता को बढ़ाना।
इससे पहले भी कर चुकी है राज्य का नाम रौशन
इस कार्यक्रम के दौरान खाद्य नवाचार और अंतरसांस्कृतिक गतिविधियों का भी आदान-प्रदान किया जाएगा, जो दोनों देशों के बीच सहयोग को एक नई दिशा देगा। अब यह कार्यक्रम उत्तराखंड की एक लड़की के लिए अच्छा साबित होने वाला है। कैसे, आइए हम आपको बताते हैं कि ताड़ीखेत विकासखंड अल्मोडा के जालली निवासी रितिका पांडे जो वर्तमान में बी-टेक फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई कर रही है, वह जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय में अंतिम वर्ष की छात्रा है।
दोनों देशों के सहयोग से किये गये कार्यक्रमों में. फ्रांस सरकार ने उन्हें सात महीने के लिए स्वयंसेवक के तौर पर चुना है. उन्हें इस पूरी अवधि के लिए पूर्ण वित्तीय सहायता भी प्राप्त होगी।इससे पहले भी रितिका का चयन ऑस्ट्रेलिया की वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी में शोध के लिए हो चुका है।
रितिका एक शिक्षित परिवार से हैं, उनके पिता गिरीश चंद्र पांडे एक व्यवसायी हैं और मां नीरू पांडे जोशीमठ में बाल विकास परियोजना अधिकारी हैं। रितिका अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देती हैं। उनकी इस उपलब्धि पर जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एमएस चौहान ने उन्हें बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।