अब उत्तराखंड में यातायात नियमों को करा और भी सुद्रिड़, राज्य रोडवेज यात्री सहुलियत के लिए खरीदेगा 150 नई इलेक्ट्रिक बसे

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बसें देहरादून की जीवनधारा हैं। उत्तराखंड में प्रतिदिन हजारों यात्री बस से यात्रा करते हैं। नीले रंग की बसें अब देहरादून और कई अन्य स्थानों की पहचान हैं। अब यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए परिवहन निगम लगातार बड़े कदम उठा रहा है। और एक बार फिर उत्तराखंड में यात्रियों के लिए रोडवेज बसों में सफर पहले से ज्यादा सुहाना होने वाला है। बताया जा रहा है कि अब परिवहन विभाग ने बस यात्रियों को पहले से बेहतर सुविधाएं देने की रणनीति बनाई है, जिसके लिए वह शहर में यात्रियों का सफर सुहाना बनाने के लिए 150 इलेक्ट्रिक बसें खरीद रहा है।

इलेक्ट्रिक बसों के ट्रायल में लोगो ने खूब कि थी बसों की सरहाना

आपको बता दें कि उत्तराखंड में सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के नेटवर्क को और अधिक मजबूत बनाने के लिए रोडवेज अब अपनी बसें बढ़ाने का फैसला कर रहा है। वहीं परिवहन निगम ने भविष्य में हर साल 240 नई बसें खरीदने की भी योजना बनाई है। जिसमें सीएनजी, एलपीजी और बैटरी से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा, वहीं पुरानी बसों को भी सड़क से हटाया जाएगा। परिवहन निगम ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष अपनी योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।

राज्य बसों की कमी से जूझ रहा है, बसों की कमी को दूर करने के लिए तत्काल राहत के लिए पर्वतीय मार्गों के लिए 230 बसें खरीदी जा रही हैं। मैदानी रूटों के लिए 175 बसें और सिटी बस सेवा के लिए 150 इलेक्ट्रिक बसें ली जाएंगी। भविष्य में हर साल 240 नई बसें खरीदी जाएंगी। वाहन वीएलटीडी सिस्टम से जुड़ा होगा। 1 जनवरी 2019 से पहले निर्मित वाहन इससे जुड़ेंगे। वाहनों में पैनिक अलर्ट बटन भी लगाया जाएगा।

बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। निगरानी वाहनों पर नजर रखने के लिए एनपीआर कैमरों का नेटवर्क पूरे राज्य में फैलाया जाएगा। इसके तहत राज्य की 200 विभिन्न स्थानों पर एनपीआर कैमरे लगाने की योजना है। फिलहाल राज्य में सिर्फ 10 जगहों पर ही एनपीआर कैमरे लगे हैं।