एक वारदात ने बुलवा दी उत्तराखंड में हाई लेवल मीटिंग, अब बाहरी व्यक्तियों का प्रदेश में जमीन लेना होगा मुश्किल बताना होगा कारण

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

डोभाल चौक पर रवि बडोला हत्याकांड की घटना से क्षेत्र में काफी हड़कंप मच गया। इस घटना से सबक लेते हुए उत्तराखंड की धामी सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. मुख्यमंत्री धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास पर उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक के दौरान सीएम ने अधिकारियों को राज्य में कानून-व्यवस्था को सख्ती से बनाए रखने के निर्देश दिए. इसके साथ ही अब जमीन की खरीद-फरोख्त पर राज्य में रहने वाले बाहरी लोगों का सत्यापन भी गहनता से किया जाना चाहिए।

बाहरी लोगों से उनके आपराधिक विवरण की भी देनी होगी जानकारी

सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अब जो भी बाहरी लोग राज्य में जमीन खरीदने के लिए आ रहे हैं, उनसे पूछताछ की जाए कि वे किस मकसद से जमीन खरीद रहे हैं? और हमें यह जानना होगा कि उनका उद्देश्य क्या है। बैठक में सीएम ने कहा कि बाहरी लोगों से उनके जमीन खरीदने के उद्देश्य और आपराधिक विवरण की जानकारी के लिए निर्धारित प्रारूप पर एक घोषणा पत्र भरवाया जाए. साथ ही इससे पहले जमीन खरीदने वाले बाहरी लोगों की भी गहन जांच की जाये. तो, इस तरह से वे यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला लंबित है या नहीं।

इसके अलावा यदि जांच के दौरान किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई आपराधिक मामला पाया जाता है तो उसका भी फॉर्म पर स्पष्ट उल्लेख किया जाना चाहिए। सीएम ने अधिकारियों को आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोगों की पहचान करने का निर्देश दिया है। साथ ही कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इसके अलावा विभिन्न विषयों पर भी कुछ निर्णय लिए गए जैसे सीएम धामी ने मुख्य सचिव को नियमित बैठकें करने और जंगल की आग, पेयजल और बिजली की अनुपलब्धता की समस्याओं की समीक्षा करने का निर्देश दिया।

भविष्य में ऐसी समस्या न उत्पन्न हो, इसके लिए जो भी बेहतर उपाय करने हों, वे शीघ्र किये जाने चाहिए। इसके अलावा काम में लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। आपदा प्रबंधन और आगामी कांवर यात्रा के मद्देनजर सीएम ने अधिकारियों को सभी तैयारियां पूरी करने के भी निर्देश दिए हैं और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि शासन के वरिष्ठ अधिकारी सभी जिलाधिकारियों से निरन्तर सम्पर्क में रहें।