देश की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक टाटा समूह राज्य में अपनी अत्याधुनिक विनिर्माण इकाई स्थापित करने जा रही है। इस इकाई में सेमीकंडक्टर चिप्स के उप-घटकों का निर्माण किया जाएगा, इन चिप्स की दुनिया भर में बहुत मांग है क्योंकि इसे इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र की रीढ़ माना जाता है और इसका उपयोग सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है।राज्य में बेरोजगारी के उच्चतम स्तर के कारण राज्य सरकार इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से राज्य में उद्योग क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
रुद्रपुर में करीब 350 एकड़ में बन सकता है प्लांट
लंबे समय से सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम समेत उद्योग जगत से जुड़े अधिकारी इसके लिए प्रयास कर रहे थे और अब इसे टाटा ग्रुप से भी मंजूरी मिल गई है। इसके अलावा टाटा ग्रुप ने इसके लिए रुद्रपुर खुरपिया फार्म को भी चुना है, यहां करीब 350 एकड़ में टाटा ग्रुप की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगेगी। इस तरह जहां युवाओं के कौशल विकास में मदद मिलेगी वहीं दूसरी ओर प्रदेश में बड़ी संख्या में इकाइयों के माध्यम से रोजगार भी मिलेगा।
उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों की टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ से कई दौर की बातचीत हो चुकी है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि चीजें ठीक से चले, इसकी जिम्मेदारी मीनाक्षी सुंदरम की है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ग्रुप के संपर्क में है और टाटा ग्रुप की इस बड़ी विनिर्माण इकाई को जल्द से जल्द उत्तराखंड में स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है।
पूरी दुनिया में सेमीकंडक्टर चिप्स की भारी मांग है, फिलहाल ताइवान इस क्षेत्र में अग्रणी है। अब भारत भी ताइवान के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर चिप्स बनाने के लिए टीबीआईएस उद्योगों में अपने कदम बढ़ा रहा है, टाटा गुजरात में एक बड़ी इकाई स्थापित कर रहा है और देश के विभिन्न राज्यों में इसके सभी घटकों के लिए इकाइयां स्थापित करने की तैयारी की जा रही है। जी हां, टाटा ने असम के बाद उत्तराखंड में भी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने का फैसला किया है।