उत्तराखंड में बहन के बाद अब भाई ने करा नाम रौशन, पहले बहन बनी सेना में अफसर अब भाई बना फ्लाइंग ऑफिसर

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उत्तराखंड के युवा हमेशा अपनी बहादुरी और देशभक्ति के लिए जाने जाते हैं क्योंकि यहां के युवाओं ने हमेशा भारतीय सशस्त्र बलों और अन्य वायु सेना और थल सेना में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इतना ही नहीं, यह अब सेना में एक परंपरा और प्रेरणा बन गई है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी हस्तांतरित होती रहती है, जिससे यहां के युवा सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित होते हैं। इसके लिए वे विभिन्न सैन्य परीक्षाएं पास करते हैं और विभिन्न शाखाओं में एक अधिकारी के रूप में कार्य करते हैं।

चंपावत के अरविंद बोहरा बने वायु सेना में अफसर

हम आपको आए दिन ऐसे होनहार युवाओं से मिलवाते रहते हैं जो देश में अपना नाम रोशन कर रहे हैं, यह उनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि वे रक्षा सेवाओं में ऊंचा मुकाम हासिल कर पूरे प्रदेश का मान बढ़ा रहे हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक और होनहार युवा से मिलवा रहे हैं जो भारतीय सेना में फ्लाइंग ऑफिसर बन गया है। हम बात कर रहे हैं राज्य के चंपावत जिले के खूनाबोरा निवासी अरविंद बोहरा की, वह भारतीय वायुसेना की पासिंग आउट परेड में फ्लाइंग ऑफिसर बने हैं।

आपको बता दें कि अरविंद सिंह बोहरा चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र के खूनाबोरा के रहने वाले हैं, उन्होंने सेना में शामिल होने से पहले 15 जून को आयोजित भारतीय वायु सेना की पासिंग आउट परेड में फ्लाइंग ऑफिसर का पद हासिल किया था। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की। इतना ही नहीं, उनकी बड़ी बहन मनीषा बोहरा भी भारतीय सेना में अधिकारी हैं, जिन्होंने 2022 में पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में पुरुष दल का नेतृत्व करने का खिताब अपने नाम दर्ज कराया है।

अरविंद का कहना है कि देश सेवा के लिए उनकी प्रेरणा का स्रोत उनका परिवार ही है। उनकी पीढ़ी दर पीढ़ी सेना की पृष्ठभूमि रही है क्योंकि उनके दादा और उनके दो भाइयों ने देश की सेवा की है जबकि उनके दो चाचा भी सेना में रहे हैं। इसके अलावा उनके चचेरे भाई भी सेना में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं। आपको बता दें कि उनके पिता दिनेश सिंह बोहरा भी भारतीय सेना के सेवानिवृत्त सूबेदार हैं और वर्तमान में यूनियन बैंक की लोहाघाट शाखा में कार्यरत हैं। जबकि उनकी मां गोदावरी बोहरा एक कुशल गृहिणी हैं।