आज उत्तराखंड की बेटियां शिक्षा, रक्षा या अन्य हर क्षेत्र में अपनी कुशलता का लोहा मनवा रही हैं। प्रदेश की बेटियां हर क्षेत्र में बेटों से एक कदम आगे हैं। ये बेटियां लगातार अपने शहर और राज्य का नाम रोशन कर रही हैं. खेल के क्षेत्र में भी बेटियों का कद बढ़ा है। पढ़ाई से लेकर खेल तक शहर की बेटियां अपना नाम रोशन कर रही हैं। आज हम एक ऐसी बेटी के बारे में बात कर रहे हैं जिसने सफलतापूर्वक राज्य का नाम रोशन किया है।
नेशनल कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर बढ़ाया उत्तराखंड का गौरव
उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से अपने गृह नगर हलद्वानी और पूरे राज्य को अपना आदर्श बनाया। हम बात कर रहे हैं रेनिशा लोहानी की। रिनिशा लोहानी अभी सिर्फ 13 साल की हैं लेकिन कम उम्र के बावजूद उन्होंने कुछ ऐसा कमाल कर दिखाया है जिसकी हममें से कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। उन्होंने लखनऊ में जुजित्सु एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा फुल कॉन्टैक्ट फॉर्मेट में आयोजित नेशनल कराटे चैंपियनशिप में अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल हल्द्वानी बल्कि पूरे उत्तराखंड का गौरव बढ़ाया है।
रिनिशा आर्यमन विक्रम बिड़ला स्कूल की आठवीं कक्षा की छात्रा हैं। रिनिशा के पिता रोडवेज आरएम ऑफिस काठगोदाम में ऑफिस असिस्टेंट के पद पर तैनात हैं। रेनीशा ने कम उम्र में ही बड़े-बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं, उन्होंने पिछले तीन सालों से लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।
विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्तराखंड एवं भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए रेनिशा ने अब तक 13 स्वर्ण पदक, 04 रजत पदक एवं 03 कांस्य पदक जीते हैं। उनकी इस उपलब्धि के बाद रेनीशा की उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है।