पहाड़ी लड़कियों की मुश्किल जिंदगी को दिखाने के लिए बड़े पर्दे प़र आ रही है उत्तराखंड की “Phooli”, 7 जून को होगी नज़दीकी सिनेमाघरों में रिलीज

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उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है जहां ग्रामीण लड़कियों को अपनी पढ़ाई के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। उत्तराखंड की बेटियों और महिलाओं के संघर्ष भरे जीवन से हर कोई वाकिफ होगा कि पहाड़ की बेटियों की राह में भले ही कई तरह की बाधाएं आएं, लेकिन वे सभी को स्वीकार कर अपनी राह पर आगे बढ़ेंगी। आज हम बात कर रहे हैं फिल्म ‘फूली’ के बारे में, जो पहाड़ की बेटियों और महिलाओं की जिंदगी की कहानी पर आधारित है, यह फिल्म अगले महीने 7 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होगी, जिसमें 14 साल की पहाड़ी लड़की की कहानी को दर्शाया गया है।

पहाड़पर बेटियों की शिक्षा को दर्शाती है “फूली”

आपको बता दें कि यह फिल्म ‘फुली’ ‘पद्म सिद्धि फिल्म्स’ के बैनर तले बनी है जो अगले महीने 7 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होगी. फिल्म शिक्षा पर केंद्रित है, लेकिन इसके साथ-साथ बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ, सर्व शिक्षा अभियान और लैंगिक समानता और लड़कियों के अधिकारों जैसे विषयों को भी जोरदार तरीके से उठाया गया है। यह फिल्म ‘फूली’ एक 14 साल की पहाड़ी लड़की की कहानी है।

फिल्म के निर्देशक अविनाश ध्यानी का कहना है कि फिल्म इस बात पर जोर देती है कि प्रक्रिया जादुई है, आपकी कड़ी मेहनत ही आपकी सफलता की कुंजी है और फिल्म ‘फूली’ के जरिए दर्शकों को एक की जीवन यात्रा भी देखने को मिलेगी पहाड़ी औरत. इस फिल्म की एक और खास बात ये है कि इस फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड के पौरी गढ़वाल जिले में स्थित एक छोटे से गांव टीमली में की गई है।

“फूली” एक 14 साल की पहाड़ी लड़की की कहानी है जिसके पिता शराबी हैं और उसकी जिंदगी हर मोड़ पर कड़ी चुनौतियों से भरी होती है। इन कठिन चुनौतियों के साथ स्कूल जाने का सरल काम भी फुली के लिए कठिन हो जाता है, लेकिन फिर भी सभी बाधाओं से घबराए बिना, फुली ने अपनी पढ़ाई के लिए पूरे दिल से खुद को समर्पित कर दिया। खास बात यह है कि फिल्म में काम करने वाले सभी बच्चे स्थानीय हैं और उन्होंने पहली बार कैमरे का सामना किया है. इतना ही नहीं, फूली का किरदार निभाने वाली लड़की रिया बलूनी भी पहाड़ से हैं।

फिल्म के निर्देशक ध्यानी का कहना है कि फिल्म की शूटिंग से पहले बच्चों को एक वर्कशॉप के जरिए एक्टिंग की ट्रेनिंग दी गई थी. इस फिल्म में अविनाश ध्यानी और सुरुचि सखलानी ने भी मुख्य भूमिका निभाई है. फिल्म में कुल चार गाने हैं जिन्हें अलका याग्निक, नक्काश अजीज, राजा हसन और ध्रुव कुमोला ने गाया है। आपको बता दें कि अभिनाश भी मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं। एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले अविनाश ने अपनी शिक्षा देहरादून से प्राप्त की। अभिनेता, निर्देशक और लेखक के तौर पर अविनाश ध्यानी की यह तीसरी फिल्म है। इससे पहले उन्होंने फिल्म ’72 ऑवर्स: मार्टियार हू नेवर डाइड’ के जरिए भी दर्शकों को संबोधित किया था।