उत्तराखंड की राधा वाल्मिकी ने करा राज्य का नाम रौशन, अपनी काबिलियत के दम पर कराया हार्वर्ड वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज

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उत्तराखंड के लोग जहां भी जाते हैं, रिकॉर्ड बनाते हैं और हर दिन हम आपको इन प्रतिभाशाली युवाओं की कहानी प्रदान करते हैं। लेकिन आज हम दुनिया भर के भारत के 75 प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता की कहानियों से भरी पुस्तक ‘स्वराज के स्वर’ एक ऐसी विवाहित महिला की कहानी प्रदान कर रहे हैं जिसने लंदन के हावर्ड विश्वविद्यालय में विश्व रिकॉर्ड के रूप में रिकॉर्ड बनाया।

डॉ. राधा वाल्मिकी को ‘स्वराज के स्वर’ पुस्तक लिखने में मदद करने के लिए सह-लेखक के रूप में उनका नाम हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। इस पुस्तक में देश भर के 75 वरिष्ठ एवं प्रसिद्ध साहित्यकारों ने देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियाँ लिखकर सह-लेखक के रूप में विश्व रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। अगले महीने 12 जून को डॉ. राधा वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक संगोष्ठी एवं काव्य सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया (बाली) और वियतनाम जा रही हैं और यहां उन्हें अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। जो कि उत्तराखंड के लिए भी बड़े गौरव की बात है।

यह पहली बार नहीं है कि डॉ. राधा वाल्मिकी को किसी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इससे पहले भी उन्हें अपनी शैक्षिक, सामाजिक और साहित्यिक सेवाओं के लिए पुरस्कार मिला था, उन्हें तीन बार पृथ्वी की सबसे प्रेरणादायक व्यक्ति, पृथ्वी की सबसे प्रेरणादायक महिला, पृथ्वी की सबसे प्रेरक शिक्षिका के रूप में मान्यता मिली है, और उन्होंने तीन बार विश्व रिकॉर्ड भी दर्ज किया है। नेशनल स्टार को कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।