उत्तराखंड की प्रीति ने आगे बढ़ाई अपने परिवार की परम्परा, पिता और दादा की तरह सेना में नर्स के पद पर हुई भर्ती

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हम आपको हर दिन प्रदेश की होनहार बेटियों से रूबरू कराते रहते हैं। वह समय गया जब वे अपने घर तक ही सीमित रहते थे, लेकिन अब वे अपने पंख खोल रहे हैं और अपनी क्षमता के आधार पर सफलता की नई ऊंचाइयां हासिल कर रहे हैं और पूरे राज्य को गौरवान्वित कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी होनहार बेटी से मिलवाने जा रहे हैं, जिसने मिलिट्री नर्सिंग शॉर्ट सर्विस के लिए चयनित होकर न सिर्फ अपने परिवार की सैन्य परंपरा को आगे बढ़ाया है, बल्कि अपने क्षेत्र का नाम भी रोशन किया है।

उत्तराखंड के कोटद्वार की रहने वाली है प्रिती

जिले के साथ-साथ पूरे राज्य में. का मूल्य भी बढ़ा दिया गया है. हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रतनपुर कुंभीचौड़, कोटद्वार की रहने वाली प्रीति की, जिनका चयन 11 गढ़वाल राइफल्स में सैन्य लघु नर्सिंग सेवाओं के लिए हुआ है। उनकी इस उपलब्धि के बाद प्रीति के परिवार में खुशी का माहौल है और इस अभूतपूर्व उपलब्धि के चलते उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.आपको बता दें कि यह अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल करने वाली प्रीति एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं।

उनके पिता स्व. दिगंबर सिंह भारतीय सेना में हवलदार के पद पर तैनात थे, जबकि उनके दादा ने भी भारतीय सेना में काम करके भारत माता की सेवा की थी। बचपन से अपने पिता को सैन्य वर्दी में देखने वाली प्रीति अब कड़ी ट्रेनिंग के बाद भारतीय सेना की गडवाल राइफल्स में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनेंगी।

अधिक जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह मिलिट्री नर्सिंग शॉर्ट सर्विस भारतीय सेना की सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) का एक हिस्सा है, इस शाखा की शुरुआत 1888 में हुई थी। उस दौरान ब्रिटिश शासन के तहत पहली बार इसका गठन किया गया था।