जय बद्री विशाल के नारों से गुंज उठा उत्तराखंड का चौथाधाम, सुबह 6 बजे खुले बद्रीनाथ मंदिर के द्वार चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से हुई शुरू

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उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम के कपाट आज सुबह 6 बजे पूरे विधि-विधान और ‘बद्री विशाल की जय’ के जयकारों के साथ खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के दौरान पूरे बदरीनाथ धाम में सेना के बैंड की मधुर धुनों के साथ श्रद्धालुओं की भगवान बदरी विशाल के जयकारे की आवाज गूंज उठी। यहां लोगों का असली उत्साह और भक्ति का संगम महसूस किया जा सकता है।राज्य के चार धामों में से तीन धामों के कपाट 10 मई को खुल चुके हैं।

15 क्विंटल फूलों से सजाया बद्रीनाथ का धाम

केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 10 मई को अक्षय तृतीया पर खोले गए थे। तीन धामों के कपाट खुलने के बाद आज 12 मई की सुबह बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खुल गए हैं, अब चारधाम यात्रा पूरी तरह से खुल गई है और सरकार ने पूर्ण पंजीकरण और आवास के बाद ही यात्रा करने का अनुरोध किया था।

आज रविवार को सुबह 6 बजे वैदिक मंत्रोच्चार और बद्री विशाल के जयकारे के साथ बद्रीनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के समय बद्रीनाथ धाम को 15 क्विंटल खूबसूरत फूलों से सजाया गया है। इस दौरान गढ़वाल राइफल्स ने भगवान बद्रीनाथ को समर्पित धुनें बजाईं। ब्रह्ममुहूर्त में बद्रीनाथ में गणेश पूजा और द्वार पूजा की गई।

बद्रीनाथ के कपाट खुलने पर अखंड ज्योति का भी बहुत महत्व है। आज अखंड ज्योति के दर्शन के लिए करीब 20 हजार श्रद्धालुओं के बद्रीनाथ धाम पहुंचने की उम्मीद है। केदारनाथ में कपाट खुलने के दिन करीब 32 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किये, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड बन गया है।