उत्तराखंड की अदाकारा उर्मी नेगी को मिला दादा साहब फाल्के 2023 का खिताब, बॉलीवुड में भी कई पिक्चरों में कर चुकी है काम

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

आज उत्तराखंड की बेटियां हर क्षेत्र में देवभूमि का नाम रोशन कर रही हैं। यह उनकी प्रतिभा और मेहनत ही है कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल रहा है। अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी उत्तराखंड की बेटियां न सिर्फ अपनी काबिलियत का प्रदर्शन कर रही हैं बल्कि देश-विदेश में देवभूमि का नाम भी लहरा रही हैं। प्रदेश की बेटियां अपनी मेहनत से देश-विदेश में नये मुकाम हासिल कर रही हैं।

सुबेरौ घाम के लिए मिला खिताब खुशी का नही रहा कोई ठिकाना

फीस कुछ दिन पहले कमला देवी कोक स्टूडियो सिंगिबग में उत्तराखंड के लोकगीत में नजर आई थीं। और अब उत्तराखंड की बेटी ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। आज हम आपको उन लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। हम बात कर रहे हैं उर्मी नेगी की जिन्हें सुबेरौ घाम-2 के लिए दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया है।

हम आपको बताना चाहेंगे कि उर्मी नेगी पौड़ी जिले की रहने वाली हैं, वह एक बेहतरीन गढ़वाली अभिनेत्री, निर्माता और निर्देशक हैं। उन्हें साल 2023 के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें क्षेत्रीय फिल्म श्रेणी में सुबेरौ गम-2 के लिए दिया गया है। यह पुरस्कार उन्हें मुंबई में महाराष्ट्र इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑर्गनाइजेशन एमबी एंटरप्राइजेज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मिला। उर्मी ने फ्योंली, सुबेरौ घाम और बथौं जैसी लोकप्रिय गढ़वाली फिल्मों में अभिनय किया है।

इसके अलावा वह इन फिल्मों के निर्माता-निर्देशक के तौर पर भी काम कर रही हैं और उन्होंने फिल्म की स्क्रिप्ट भी लिखी है. अपनी फिल्मों में वह प्रस्तुत करती हैं कि पहाड़ के युवा रोजगार की तलाश में पहाड़ छोड़कर महानगरों की ओर जा रहे हैं और किस तरह आज के युवा नशे की लत के कारण अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। बथौं के लिए उर्मी को बेस्ट एक्ट्रेस भी चुना गया है। आपको बता दें कि गढ़वाली फिल्म सुबेरौ घाम को कनाडा फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय फिल्म के लिए भी चुना गया था।

उर्मी नेगी ने देवानंद, राजेश खन्ना और मिथुन चक्रवर्ती जैसे कई दिग्गज बॉलीवुड अभिनेताओं के साथ भी बाल कलाकार के रूप में काम किया है। उत्तराखंड फिल्म निर्देशक गणेश वीरन सहित थिएटर कलाकारों ने इसे उत्तराखंड फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है। उनका कहना है कि इससे राज्य की फिल्मों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी।