दोस्ती मानव जीवन का एक ऐसा बंधन है जो व्यक्ति स्वयं बनाता है। ये रिश्ता दिल से बनता है और दिल से ही निभाया भी जाता है। दोस्ती ना सिर्फ आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है बल्कि हर मुश्किल में आपका साथ भी देती है। आज हम ऐसे तीन दोस्तों के बारे में बात करेंगे। इन तीनों दोस्तों ने एक साथ UPSC की परीक्षा पास कर आईएएस और आईपीएस अधिकारी का पद हासिल किया है।
एक दोस्त ने चुना IPS तो दूसरों को पसंद आया IAS
हम आपको बताना चाहते हैं कि एक मित्र की पोस्टिंग हलद्वानी में है।हम बात कर रहे हैं आईपीएस साद मियां खान, आईएएस विशाल मिश्रा और आईएएस गौरव विजयराम कुमार की। इन तीनों दोस्तों ने एक साथ UPSC सिविल सर्विसेज की तैयारी कर अफसर बनने का सपना पूरा किया है।
दूसरे दोस्त विशाल मिश्रा और साद मियां ने कानपुर से एक साथ बीटेक की डिग्री हासिल की थी। फिर 2007 में उनकी यात्रा में एक नया दोस्त शामिल हुआ। यह दोस्त कोई और नहीं बल्कि IAS गौरव विजयराम थे। चूंकि तीनों दोस्तों का लक्ष्य एक ही था, इसलिए उनकी दोस्ती बहुत गहरी हो गई। IPS साद मियां और आईएएस गौरव विजयराम UPSC की पहली तीन परीक्षाओं में फेल हो गए। वहीं IAS विशाल मिश्रा ने साल 2017 में UPSC की परीक्षा पास की थी।
इन तीनों दोस्तों ने UPSC में अच्छी रैंक हासिल की। साद को 25वीं रैंक, विजयराम को 34वीं रैंक और विशाल मिश्रा को 49वीं रैंक मिली है। 25वीं रैंक पाने के बाद भी साद ने IAS की बजाय IPS बनना स्वीकार किया। बाकी दो दोस्त गौरव और विशाल ने आईएएस चुना। एक इंटरव्यू में गौरव ने बताया कि तैयारी के दौरान दोस्तों के साथ रहने के कारण उन्हें कम से कम तनाव का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, गौरव कहते हैं कि “मैं अपने दोस्तों के साथ सभी योजनाओं, मुद्दों और सवालों पर चर्चा करता था।